Book Title: Agamoddharak Kruti Sandohasya Part 06
Author(s): Manikyasagarsuri
Publisher: Mithabhai Kalyanchandji Pedhi

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Page 8
________________ * णमोत्थु णं समणस्स भगवत्रो महावीरस्स* श्रमण -दिनचर्या / श्रीवीरः श्रेयसे यस्य, चित्रं स्नेहदशात्यये / ____ सद्ध्यानदीपोऽदीपिष्ट, जलसङ्गमविप्लवात् // 1 // साधूनां दिनकृत्यं, षड्विधमावश्यकं च यतिगृहिणाम् / ___ अभिधास्ये सङ क्षेपात्, तत्रादौ दिवसकृत्यमिदम् / / 2 / / सर्वोऽपि साधुवर्गः, पश्चिमयामे निशोऽवबुद्धयत / समाष्टनमस्कारानुचरमाणोऽप्रमत्तमनाः // 3 // कायोत्सर्ग कुर्यादीर्यापथिकाप्रतिक्रमणपूर्वम् / कुस्वप्नदुःस्वप्नोद्भवजीववधादेविशुद्धयर्थम् // 4 // तत्रोद्योताँचतुरः, स्मरेनमस्कृतियुजोऽङ्गनाभोगे / शक्रस्तवं भणित्वा, वन्देत ज्येष्ठमुनिवर्गम् // 5 // कुर्वन्ति स्वाध्यायं, मन्दध्वनिनाऽथवा शुभध्यानम् / चिन्तयति वा तपोऽभिग्रहादि किमकारि कि नेति / / 6 / / प्राभातिके च काले, विधिनोपात्ते गुरौ प्रबुद्धे च / .. ग्लानादिके च कुर्यात् , सम्भूय तथा प्रतिक्रमणम् // 7 // पर्यन्ते तस्य यथा, प्रतिलिखिते चोपधौ रविरुदेति / ___न यथा च पापनीवा, जाग्रति गृहकोकिलप्रमुखाः // 8 // P.P. Ac. Gunratnasuri M. un Gun Aagadhak Trust ned by CamScanner

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