Book Title: Agam 32 Chulika 02 Anuyogdwar Sutra Anuogdaraim Terapanth
Author(s): Tulsi Acharya, Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

View full book text
Previous | Next

Page 42
________________ अनुमोगदाराई ३२६ उवाकमानमोगदारे नाम-पवं २४६. से कि तं नामे ? नामे दस विहे पण्णत्ते, तं जहाएगनामे दुनामे तिनामे चउनामे पंचनामे छनामे सत्तनामे अट्ठनामे नवनामे दसनामे ॥ एननाम-पर २४७. से कि तं एगनामे ? एगनामेगाहा--- नामाणि जाणि काणि वि', दन्वाण गुणाण पज्जवाणं च । तेसि आगम-निहसे, नामंति परूविया सण्णा ॥१२॥ -से तं एगनामे ।। दुनाम-पवं २४८. से कि तं दुनामे ? दुनामे दुविहे पण्णत्ते, तं जहा-एगक्खरिए य अणेगक्खरिए य ।। २४६. से कि तं एगक्खरिए ? एगखरिए अणेगविहे पण्णत्ते, तं जहाह्रोः श्री: धी: __ स्त्री। से तं एगक्खरिए॥ २५०. से किं तं अणेगक्खरिए ? अणेगक्खरिए अणेगविहे पण्णत्ते, तं जहा--कण्णा वीणा लता माला । से तं अणेगक्खरिए । २५१. अहवा दुनामे दुविहे पण्णत्ते, तं जहा-जीवनामे य अजीवनामे य ।। २५२. से किं तं जीवनामे ? जीवनामे अणेगविहे पण्णत्ते, तं जहा–देवदत्तो' जण्णदत्तो विण्हुदत्तो सोमदत्तो । से तं जीवनामे ।। २५३. से किं तं अजीवनामे ? अजीवनामे अणेगविहे पण्णत्ते, तं जहा-घडो पडो कडो रहो। से तं अजीवनामे ।। २५४. अहवा दुनामे दुविहे पण्णत्ते, तं जहा–विसेसिए य अविसेसिए य । १. 'अविसेसिए दब्वे, विसेसिए जीवदन्वे य अजीवदव्वे य । २. अविसे सिए जीवदव्वे, विसेसिए नेरइए तिरिक्खजोणिए मणुस्से देवे । ३. अविसे सिए नेरइए, विसे सिए रयणप्पभाए सक्करप्पभाए वालुयप्पभाए पंकप्पभाए धूमप्पभाए तमाए तमतमाए“ । अविसे सिए रयणप्पभापुढविनेरइए, विसेसिए पज्जत्तए य अपज्जत्तए य । एवं जाव अविसेसिए तमतमापुढविनेरइए, विसे सिए पज्जत्तए य अपज्जत्तए य।। १. य (ग); चि (हे)। नेरइओ तिरिक्खजोणिओ मणस्सो देवो। २. वा (क)। अविसेसिओ नेरइओ, विसेसियो रयणप्पभा३. देवदत्त (क) सर्वत्र एकारः । पुढविनेरइओ जाव तमतमापूढविनेरइबो ४. अविसेसियं दव्वं, विसेसियं जीवदव्वं च अजीव दव्यं च। अविसेसियं जीवदवं, विसेसियं Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135