Book Title: Agam 20 Upang 09 Kalpvatansika Sutra Kappavadinsiyao Terapanth
Author(s): Tulsi Acharya, Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati
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૬૬
√ पज्जुवास ( परि + उप + आस् ) पज्जुवासइ
ज २१६०,६३,५१४८,५०,५८,६५ उ १११६६ ३११३४११३५११९ पज्जुवासंति ज ३।२०५, २०६६५।४६ उ ५।३६ पज्जुवासामि उ १११७ पज्जुवासिज्जा उ ५ ३६ पज्जुवासीहामि
उ ३।२९ पज्जुवासेज्ज ज २१६७ पज्जुवासणया (पर्युपासन) उ १।१७ पज्जुवासणिज्ज (पर्युपासनीय ) ज ७ १८५ सू १८/२३
पज्जुवासमाण (पर्युपासीन) ज ११६ चं १०
उ १४; ५।२२
पज्झमाण ( प्रभमान) ज ५।३८ पट्ट (पट्ट) ज ३२४, ३५, ७७, १०७, ११७, १२४; ४।१३ सू २०१७ उ ११३८
पट्टगार ( पट्टकार ) प १६७
पट्टण ( पत्तन ) प १।७४ ज २१२२,१३१३।१८, ३१,३२,८१,१६७१२, १८०,१६५, २०६,२२१ उ३।१०१
पट्टणपति ( पत्तनपति) ज ३१८१
पट्टिया ( पट्टिका) ज ३ ७७, १०७, १२४ उ १११३८ पट्ठ (पृष्ट) ज २११५;३ । १०६।११७ उ ११६७ पट्ठविय ( प्रस्थापित ) प २०३६ पट्ठित ( प्रस्थित ) प १६१५२
पट्ठिय ( प्रस्थित ) प १६५२
पड (पट) ज ३१६,८१,१२५,१२६,२२२
√ पड ( पत्) पडइ उ ११५१
पडमंडव (पटमण्डप) ज ३१८१
पडल (पटल ) ज २३१३१, ३१११, ४१३, २५ पडलग (पटलक ) ज ५।५५
पडलहत्थग (पटलहस्तक) ज ३।११
पडसाय (पटशाटक) ज २१६६
पड ( पटह) ३३१२२ ३ १२,७८, १८०,२०६ डाग ( पताका) २२४१, ४८ ज ११३७ २।१५;
३।३,३१ पडागसंठिया ( पताकासंस्थित) सू १०१४२
पडागा ( पताका ) प ११५६,७११५।२६२११२६,
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पज्जुवास पडिणिक्खम
५७ ज ३१३५,१०८ से १११,१७८४१४६; ५१४३७११३३१२, १८४ उ ११२२, १४० पागाइप डागा ( पताकातिपताका) ज ३३७, १८४; ४ ३०
पडागातिपडाना ( पताकातियताका ) प ११५६ पडया ( प्रतिश्रुत्) ज २१६५
/ पडिक ( प्रति + कृप् ) पडिकप्पेइ ज ३।१५, २९, ३३ पडिकप्पेह ज ३।२१,३४, ७७,६१, १७३,१७५,११६ ११२३ पक्ति (प्रतिक्रान्त) उ २।१२:३।१५०,१६१६ _५।२८,३६,४१
/ पडिक्कम ( प्रति + क्रम्) पडिक्कमेहि उ ३।११५ पडिगय ( प्रतिगत) ज १२४, ३।१२५५।७४ चं ६
सू १।४ उ ११२, २४, ३७,२१,२५,४५,६२, ६६,६६,७२,८१,१४३, १५६, ४३५, ५१२० 1 पडिचर ( प्रति + चर् ) पडिचरइ सू १।१८
पडिचरंति सू १।१८ पडिचरति सू १३।१२ पच्छि ( प्रति + इष् ) पडिच्छइ ज ३१४०, ४८,
५७,६५,७३,१३४, १३६,१४६,१५१,१५२ पडिच्छंति ज ५३१५ पडिच्छंतु ज ३१२६,३६, ४७,५६,६४,७२,१३३,१३८, १४५ ३ ३१११२; ४।१६ परिच्छाहि ज ३७६,१२८,१५१ पच्छिण्ण ( प्रतिच्छन्न) ज २८, ६, १३ पच्छिमाण (प्रतीच्छत् ) ज २२६५;३।१८,३१,
१८०,१८६,२०४
पडिच्छायण ( प्रतिच्छादन) ज ४।१३ सू २०१७ पडिच्छित्ता ( प्रतीष्य ) ज ३१७६ उ ११३३ पडिच्छिय ( प्रतीष्ट) उ ३११३८
डिजागरमाण ( प्रतिजाग्रत् ) ज ३।२०,३३,८४,
१८२,१६० ११६५ १०५
पडिण ( प्रतीचीन ) सु ११६
पडिणिकास (प्रतिनिकाश) ज ३।९५, १५६ / पडिणिक्खम ( प्रति + निर् + क्रम्) पडिणिक्खमइ ज ३१५, १२, १४, १७, २१,२८,३०,३४,४१,४३, ४६,५१,५८,६०,६६,६८,७४,७७, ८४, ८५, १३६,१३६, १४०, १४७, १४६, १६८, १७२,
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