Book Title: Agam 10 Ang 10 Prashna Vyakaran Shwetambar
Author(s): Rai Dhanpatsinh Bahadur
Publisher: Rai Dhanpatsinh Bahadur

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Page 421
________________ - - - ४२३ म.टी. खोपधे द्यार्थाय हेतव इहतदितिशेषोदृश्यततस्तनकल्पते नयुज्यते अवग्रहेउपायांतर्वर्तिनि अवग्राह्यवस्तुन्यदत्त अननुज्ञातेशय्या दायिनागिहिजेत्ति ग्रहीतमादाजेइतिनिपात अयमभिप्रायः उपाश्रयमनुज्ञाप्यतन्मध्यगतं टणाद्यपितज्ञापनीयमन्यथातदग्राहां स्वादितिएतदेवाह इणिहणित्ति अहनियहनि प्रतिदिवसं अयमभिप्रायः उपाश्रयानुज्ञापनादिने उपग्रहन्ति अवग्राह्यमिकडादि अनुज्ञाप्यग्रहीतव्यमिति एवमित्यादिनिगमनं प्रथमभावनावदवसेयं नवरमवग्रहसमिति योगेन अवग्रहणीयटणादिविषयसम्यक प्रत्तिसंपन्धिनेत्यर्थः इयंतुटतीयभावनावस्तुशय्यापरिकर्मवजनं नामतच्च पीठफलकशय्यासंस्तारकार्थतार्टक्षानच्छेत्तव्या नच स्सअट्टानकप्पएउग्गहेअदिक मिगेगिहउजेदिणंदिणंउग्गहं अणुणवियगेण्हितव्वएवंउग्गहसमिति जोगेण भावितोभवतिअंतरप्पाणिचंअहिकरणकरणकरावण पावकम्मविरए दत्तमण पायउग्गह # विशेषकुशडाभपरालमेदपाटदेशेटणविशेषक्षफलफलछालि अंकराकंदमूलटणाकाठकाकरायाज्ञामागीलेवा संथारारूपजेउपधि र M तेइनेअर्थेनकल्प अवग्रहविणमांग्ये अदत्तनलेवु जेदिनदिनप्रते अवग्रहअनुज्ञामांगीने धम्हे लेवोएणीपरे अवग्रइनीसमितिजोगे . 震器聽器辨識辨識機器器蒸誰幾號张器装器装出

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