Book Title: Agam 10 Ang 10 Prashna Vyakaran Shwetambar
Author(s): Rai Dhanpatsinh Bahadur
Publisher: Rai Dhanpatsinh Bahadur
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म.टी० ४८६
मोसकलकर्मक्षयलक्षणेगन्तव्य मुक्तिरेवनिर्लोभतेव मार्गपन्यामोक्षवरमुक्तिमार्गस्तस्य शिखरभूत:शेखरकल्पः कोसावित्यासम्बर * एवाप्रवनिरोधएयवरपादपः प्रधानमः सम्बरवरपादपः पंचप्रकारस्थापिशंबरस्य उक्तस्वरूपेसत्यपिप्रकृताध्ययनमनुसरन्नाहचरम 7 पञ्चमसम्बरहारं यात्रवनिरोधमुखमिति पुनर्विशेषयन्नाह यत्रचरमसंवरद्वारेपरिग्रहविरमणलक्षणेसति नकल्पतेनयुज्यते परिग्र
चौतमितिसम्बन्धः किंतदित्याह ग्रामाकरनगरखेटकाकर्बटमडंबद्रोणमुखपत्तनाश्रमगतंवाग्रामादिव्याख्यानपूर्ववत् वाशब्दउत्तरपदा पेक्षयाविकल्पार्थः किंचिदित्यनिर्दिष्टवरूपं सामान्यंसर्वमेवेत्यर्थः अल्पवास्खल्पत:वडं वामूल्यत:एवंअवासोकंप्रमाणतः स्थलंचम
मोक्खवरवौयसारो मंदरगिरिसिहरचुलियाइवमस्स मोक्खवरमुत्तिमग्गस्म सिहरभूओसंवर
वरपायवो चरिमंसंवरदारं जत्थनकप्पइगामागरणगर खेडकब्बडमडंबदोणमुह पट्टणासमगय क्षनारूपप्रधानमीजसारभूत मेरुपर्वततेहनोसिखरतेचूलिका एहयोप्रधानमुगतीनिर्लोभमार्गनो शिखरभूतमगसरीखो संवररूपन धानरक्षपाचमोसंवरहारजाणिवो जिहाँनकल्प ग्राम आगरनगर माटोनागढहोई कुत्सितवासढ़कडोवासनथी जलवटथलवटमार्ग
माषा

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