Book Title: Agam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhyaprajnapti Sutra Part 02 Sthanakvasi
Author(s): Amarmuni, Shreechand Surana
Publisher: Padma Prakashan

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Page 6
________________ उत्तर भारतीय प्रवर्तक गुरुदेव भण्डारी श्री पद्मचन्द्र जी म.सा.द्वारा सम्प्रेरित सचित्र आगममाला का उन्नीसवाँ पुष्प 555555555555555558 - सचित्र श्री भगवती सूत्र (व्याख्याप्रज्ञप्ति) [द्वितीय खण्ड] प्रधान सम्पादक जैनधर्म दिवाकर अध्यात्म युगपुरुष प्रवर्तक श्री अमर मुनि जी महाराज . सह-सम्पादक श्रीचन्द सुराना 'सरस' 5 - अंग्रेजी अनुवादक सुरेन्द्र बोथरा, जयपुर - प्रथमावृत्ति वि. सं. २०६३, चैत्र ईस्वी सन् २००६, अप्रैल . चित्रांकन डॉ. त्रिलोक शर्मा 85%步步步步步步步步步步步步步步步步步步步步步步步步步步步步牙牙牙牙牙牙牙牙牙$$$$$$$$ प्रकाशक एवं प्राप्ति-स्थान पद्म प्रकाशन पद्म धाम, नरेला मण्डी, दिल्ली-११००४० . मुद्रक एवं वितरक संजय सुराना श्री दिवाकर प्रकाशन ए-७, अवागढ़ हाउस, एम. जी. रोड, आगरा-२८२ ००२ दूरभाष : (०५६२) २८५११६५ 595555555555555 - मूल्य छह सौ रुपया मात्र (६००/- रुपये) © सर्वाधिकार : पद्म प्रकाशन, दिल्ली Website : /http/jainvision.com eMail : padamprakashan@gmail.com 89545555555555555555555555555558 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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