Book Title: Agam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhyaprajnapti Sutra Part 02 Sthanakvasi
Author(s): Amarmuni, Shreechand Surana
Publisher: Padma Prakashan

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Page 4
________________ सप्रेम भेंट सादर भेंट (GOOO DOO जय आत्म लाल जय पद्म जय अमर जैनागम रत्नाकर आचार्य सम्राट पू. श्री आत्मा राम जी म. एवं राष्ट्र सन्त उत्तर भारतीय प्रवर्तक भण्डारी श्री पद्म चन्द्र जी म. की पुण्य स्मृति में शासन शिरोमणि साहित्य सम्राट जैन धर्म दिवाकर प्रवर्तक श्री अमर मुनि जी म. द्वारा संपादित एवं पद्म प्रकाशन द्वारा विश्व में प्रथम बार प्रकाशित (सचित्र, मूल, हिन्दी, इंगलिश अनुवाद सहित) जैनागमों का सैट सादर सप्रेम भेट । -: भेंट कर्ता : पदम प्रकाशन ___ कार्यालय :- पद्म धाम, नरेला मण्डी, दिल्ली - 110040 (भारत) संपर्क सूत्र :- श्री शिव कुमार जैन (मंत्री) मोबः 098101-64071, 011--22783740 Website : www.jainvision.com E -mail : padamparkashan@gmail.com Jain Education International For Private & Personal Use Only - www.jainelibrary.org.

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