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परिशिष्ट २ देश, काल, भाव के अनुसार परिवर्तन' देश, धर्म और धर्माचार्य दो धारा' धन बनाम संयम धर्म : अनुभूति का तत्त्व धर्म अफीम नहीं, संजीवनी है धर्म आत्म-वृत्तियों को सुधारने में है धर्म आत्मशुद्धि में है धर्म-आराधना का पर्व धर्म उत्कृष्ट मंगल है धर्म : एक वस्तु चिंतन धर्म एक है धर्म और अनुशासन धर्म और उसका प्रभाव धर्म और कर्तव्य धर्म और जीवन धर्म और जीवन-निर्माण धर्म और धार्मिक धर्म और मनोविज्ञान धर्म और राजनीति धर्म और राष्ट्र-निर्माण धर्म और राष्ट्रीयता धर्म और विकार धर्म और विज्ञान धर्म और व्यवस्था का योग धर्म और समाज धर्म और समाज-विकास धर्म और सम्प्रदाय धर्म का अनुशासन धर्म का उत्स : पवित्रता
२३ नव० ६९ १३ अक्टू० ६८
६ मार्च ६० ५ मई ६८/२९ मई ६६
३ नव०६८ १४ सित० ५८
११ मई ५८ वि० १९ जून ५२
२२ अग० ६५ १३ दिस० ६४
६ अग०६७ २७ अप्रैल ६९ १५ अप्रैल ७९
वि० मई ४७ वि० दिस० ४७ . १ सित० ५७ वि० १ मई ५२ २९ जुलाई ७३ २९ मार्च ७० १६ अग० ७. ९ दिस० ७३ __ अग० ७० वि० जून ४७
१७ मई ५९ १० सित० ६७ २० दिस० ५९
९ मार्च ६९ १९ दिस० ८२
५ नव० ७२ १० अक्टू० ७१
१. ६-११-६९ बैंगलोर । २. त्रिवेणी संगम पर प्रदत्त ।
३. ५-७-६८ मद्रास । ४. २७-७-६७ अहमदाबाद ।
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