Book Title: Acharya Rajshekhar krut Kavyamimansa ka Aalochanatmaka Adhyayan
Author(s): Kiran Srivastav
Publisher: Ilahabad University
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भृगुकच्छ :- आधुनिक भड़ौच ।
कच्छीय: यह कच्छ नाम से प्रसिद्ध है।
आनर्त :- वर्तमान नाम बड़नगर है।
अर्बुद :- अरावली पर्वतमाला के प्रसिद्ध आबू पर्वत की उपत्यका में फैला भू-भाग ।
ब्राह्मणवाह : सिन्धु नदी के पूर्वीय तट पर स्थित जनपद
लिए प्रयुक्त ।
हैं ।
यवन :- 'काव्यमीमांसा' में उल्लिखित पश्चिम देश का तत्कालीन जनपद । संभवतः ईरान के
गोवर्द्धन :- नासिक के पास का पर्वत स्थान ।
गिरिनगर :- गुजरात के प्रसिद्ध पर्वत गिरिनार के आस-पास का प्रदेश है। यह काठियावाड़ प्रान्त के जूनागढ़ नगर के समीप है ।
देवसभ: पश्चिम देश का चन्दन का उत्पादक पर्वत ।
माल्यशिखर:- यह मालवा के समीप स्थित विन्ध्य पर्वतमाला की एक चोटी प्रतीत होता
अर्बुद :- अरावली पर्वतमाला का प्रसिद्ध आबू पर्वत ।
सरस्वती : यह पश्चिम देश की नदी बड़ौदा के पट्टन के समीप बहती है। इसका उद्गम उदयपुर के पास धेवर झील से होता है। इसकी एक छोटी शाखा कच्छ की ओर जाती है।
श्वभ्रवती : यह साबरमती नदी है जो गुजरात से चलकर कच्छ की खाड़ी में गिरती है। वार्तघ्नी :- यह खेड़ा के पास साबरमती से मिलने वाली वात्रक नदी प्रतीत होती है।
मही ::- यह मालवा प्रदेश से निकलकर कच्छ की खाड़ी में गिरती है। मही और नर्मदा के मध्य भाग का नाम माहेय है।