Book Title: Aate Ka Murga Author(s): Amitsagar Publisher: Acharya Dharmshrut Granthmala View full book textPage 5
________________ मंत्री जी. आज चैत्र शुक्ला नवमी है, सभी को सूचना कर दो कि चण्डमारी देवी के मंदिर में पूजा करने जाना है। जो आज्ञा राजन् ! Cocooooooooop... राजा मारिदत्त चण्डमारी देवी के मंदिर के सन्मुख समस्त राजाओं, मंत्रियों एवं प्रजाजनों सहित पहुंचे, जहां सभी जीवों के जोड़े बलि के लिए लाये गये हैं। लेकिन मनुष्य का जोड़ा........ सभी चिन्तित हैं....... जो आज्ञा स्वामिन ! कोहपाल! आज सुन्दर एवं शुभलक्षणों से युक्त मनुष्य का जोड़ा लाना है।Page Navigation
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