Book Title: Aate Ka Murga
Author(s): Amitsagar
Publisher: Acharya Dharmshrut Granthmala

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Page 10
________________ क्षुल्लक क्षल्लिका को देख कर राजा के मन में करूणा का संचार हुआ अरे इनको देखने से मेरा मन दया से क्यों भर गया है। AL. राजा एक टक देखते हए विचारों में खोये हुए हैं शायद कहीं हमने इन्हें देखा है। हो। अभी कल ही तो सुना था कि हमारे भानजा-भानजी छोटी अवस्था मेंदीक्षित होगर्य TITSITE NI "AC OECEN AND DIREO

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