Book Title: Aate Ka Murga
Author(s): Amitsagar
Publisher: Acharya Dharmshrut Granthmala

View full book text
Previous | Next

Page 18
________________ ४१० बेटा! आज तू उदास क्यों है ? 40 बेटा ! शहर के बाहर देवी के मंदिर में बकरे की बलि देने से अशुभ स्वप्न का फल नष्ट हो जायेगा। माता जी! आज मैने रात्रि में अशुभ स्वप्न देखा है । office Dish S अरे मां! बकरे को मारना कितना पाप है। हमारे ही समान उसके माता पिता हैं। नहीं, निरापराध जीव \ को हम नहीं मारेंगे !

Loading...

Page Navigation
1 ... 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32