Book Title: Aate Ka Murga
Author(s): Amitsagar
Publisher: Acharya Dharmshrut Granthmala

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Page 4
________________ राजा आश्चर्य से... हे राजन! चंडमारी देवीके सामने सभी जीवों के जोड़ों की बलि चढ़ाओ, जिससे एक अनोरची तलवार प्राप्त होगी। उससे आपकी कीर्ति चारों ओर फैल जाएगी। यशस्वी यशस्वी कैसे बनें ऋषिराज? अब ऐसा ही करूगा ऋषिराज! प्रणाम विजय श्री प्राप्त हो राजन। AALAILA कृषिका आशीर्वाद लेकर राजा मारिदत्त अपने राजदरबार में लौट आये........

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