Book Title: Vyavahar Sutram Author(s): Manekmuni Publisher: Jain Shwetambar Sangh View full book textPage 2
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ॐ अहम् श्री व्यवहारसूत्रम् । श्रीमदु श्रुतकेवली भद्रबाहद्धरित मूलसूत्रं नियुक्ति समेतम् तदुपरि पूर्वाचार्यप्रणीत भाष्यं श्रीमान् मलयगिरिविरचितविवरणसमेतम् तस्य पीठिका तथा प्रथमोद्देशकस्य प्रथमो विभागः संशोधको मुनि माणेक. प्रकाशक जैन श्वेतांबर संघसहाय्येन-वकील केशवलाल प्रेमचन्द. बी, ए; एल, एल, बी. भावनगर-धी आनंद प्रीन्टींग प्रेसमां शाह गुलाबचंद लल्लुभाइ द्वारा मुद्रितम् . वीर निर्वाशाब्द २४१२. क्राइष्टाद १९२६. विक्रमाब्द १९८७ प्रथमावृत्ति प्रत ५०० वेतनम-रूप्यक चतुष्टयम. For Private and Personal use onlyPage Navigation
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