Book Title: Vyakhyapragnaptisutram Part 03
Author(s): Divyakirtivijay
Publisher: Shripalnagar Jain Shwetambar Murtipujak Derasar Trust

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Page 544
________________ कडजुम्मरबेन्दिया ण मित्यादि, जहन्नेणं एक्कं समयं ति समयानन्तरं सङ्ख्यान्तरभावात्, एवं स्थितिरपि॥१॥॥ 860 // इतः सर्व सूत्रसिद्धमाशास्त्रपरिसमाप्तेः / / 861-863 // श्रीभगवत्यङ्ग श्रीअभय. वृत्तियुतम् भाग-३ // 1622 // 36-39 शतके सूत्रम् 860-863 द्वीन्द्रियतः असंज्ञिपद्येन्द्रियाः ॥इति श्रीमच्चन्द्रकुलनभोनभोमणिश्रीमदभयदेवाचार्यवर्यविहितविवरणयुतं श्रीमद्भगवतीवृत्तौ षट्त्रिंशशतकादेकोनचत्वारिंशं शतकं समाप्तम् / / // 1622 //

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