Book Title: Vasudevahimdi Madhyama Khanda Part 1
Author(s): Dharmdas Gani, H C Bhayani, R M Shah
Publisher: L D Indology Ahmedabad

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Page 407
________________ 320 Vasudevahindi : Majjhima-khanda संगालिय 11.19 gathered together' (cf. HP. 4.113 संगल-संघर) संघस 191.25 संघर्ष, घर्षण संघाडग 162.13 युग्म (Jaina canonical term). संघाडि 123.23, 162.12 (in संघाडि-प्पओगेणं) युग्म. See संघाडग. संचाय 235.14 सं+शक संधुक्कित 9.21 सधुक्षित, प्रदीप्त सपत्तीए 14.16; 240.21; 249.19; 275.16 सप्राप्स्या, योगानुयोगेन संपाउत 46.27 सप्रावृत संभालिय 44.7 'having been careful (about)'. संवटदग 192.26 सवृत्तक 'circular'. संसम्गि 13724 संसर्ग ० सहिता 22 22 समृता (१) साद 254.7 स्वाद सायमंत 182.11 'well-disposed'. सारक्खिद (2) 240.17. सारिक्खय 242.28 सादृश्य साहिप्पाय 39.19 सखीत्वम् सिप्प 174.18 सिक्त सिप्पी 224 24 kind of stringed musical mistrument'. सिरिसह 38.16 शिरोरुह सिलिंब 9.12 (DN. 8.30) शिशु , सिहरि 10.18; 26.8; 21.6 शिखरिन् ‘pointed' (in सिहरि-दसण). सीदाण 133.14, सीदाणय 133.9, 25 स्मशान सीय 150.22 श्री सुए 19.19 श्वसू 'tomorrow'. सखंडामेलक84.2 श्रीखण्डपीडक 'garland made from sandal'. सुण तग 182.10 अण्वत् सुहा 160.22 स्नुषा सुद्धमय 39.1 शुद्ध सुभागिणी 75.5 सुभाषिनी सुभात 21.16 (सुभात) सुशोभित मुम 21.17 सुम, कुसुम सुसवण 79.1-2 सुश्रवण मुसाण 134.4 श्मशान मुहल्ली 155.12 मुख (DN. 8.36) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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