Book Title: Vaastu Principles Hindi
Author(s): Ankit Mishra
Publisher: Ankit Mishra

View full book text
Previous | Next

Page 10
________________ 73 विषय सूची विषय पृष्ठ सं0 विषय पृष्ठ सं० 1. इंसान के लिए भगवान का कानून। भवनों के नक्शे (वास्तु दोष व समाधान सहित) 2. सूर्य/कम्पास द्वारा दिशाएँ देखने की विधि। एक तरफ सड़क दिशा 3. भवन में मंदिर का स्थान। पूर्व फेसिंग भवन 74-83 4. वास्तु के अनुसार भूमि का उपयोग। उत्तर फेसिंग भवन 84-93 5. प्लॉट में दिशाओं का विभाजन। दक्षिण फेसिंग भवन 94-103 6. ब्रह्मस्थान व मुख्य ब्रह्मस्थान का निर्धारण। पश्चिम फेसिंग भवन 104-113 7. भवन/बेडरूम के आकार का प्रभाव। विदिशा 8. भवन/बेडरूम में सदस्यों का स्थान। नार्थ-ईस्ट फेसिंग भवन 114-123 . प्लॉट में निर्माण शुरू करने की विधि। नार्थ-वेस्ट फेसिंग भवन 124-133 10. वास्तु के अनुसार भवन के निर्माण की विधि। साउथ-ईस्ट फेसिंग भवन 134-143 साउथ-वेस्ट फेसिंग भवन 11. कम्पाउन्ड वॉल। 144-153 12. कम्पाउन्ड वॉल के अंदर निर्माण के प्रभाव। दो तरफ सड़क 13. बोरिंग व अन्डरग्राउन्ड वॉटर टैंक। दिशा 14. दरवाजे। पूर्व और उत्तर फेसिंग भवन 154-163 15. दरवाजे के साथ सीढ़ी व मुमटी का निर्माण। पूर्व और पश्चिम फेसिंग भवन 164-173 उत्तर और दक्षिण फेसिंग भवन 174-185 16. दरवाजों की चाल (क्रम) का प्रभाव। उत्तर और पश्चिम फेसिंग भवन 186-195 17. सीढ़ी व मुमटी। दक्षिण और पश्चिम फेसिंग भवन 196-205 18. रसोई का स्थान। दक्षिण और पूर्व फेसिंग भवन 206-215 19. टॉयलेट का स्थान। 20. सेप्टिक टैंक। विदिशा साउथ-ईस्ट और नार्थ-वेस्ट फेसिंग भवन 216-225 21. फर्श का लेबल/पानी का निकास। नार्थ-ईस्ट और साउथ-ईस्ट फेसिंग भवन 226-235 22. फर्श का सड़क से लेबल। नार्थ-ईस्ट और साउथ-वेस्ट फेसिंग भवन 236-246 23. बेसमेंट के प्रभाव। नार्थ-वेस्ट और साउथ-वेस्ट फेसिंग भवन 247-256 24. टाँड, परछत्ति व अलमारी। साउथ-ईस्ट और नार्थ-वेस्ट फेसिंग भवन 257-266 साउथ-वेस्ट और साउथ-ईस्ट फेसिंग भवन 267-276 25. डूप्लेक्स हाउस/मेजानाईन फ्लोर। 26. डक्ट/शॉफ्ट/खुला स्थान के प्रभाव। तीन तरफ सड़क 27. कोना कटना/बढ़ना जानने की विधि। दिशा 28. भवन/कमरे में बॉलकनी के प्रभाव। पूर्व , पश्चिम और उत्तर फेसिंग भवन 277-286 29. बहुमंजिला भवन में बालॅकनी के प्रभाव। पूर्व , पश्चिम और दक्षिण फेसिंग भवन 287-296 उत्तर , दक्षिण और पूर्व फेसिंग भवन 297-306 30. बॉलकनी के निर्माण की विधि। उत्तर , दक्षिण और पश्चिम फेसिंग भवन 307-317 31. बिजली का तार (वॉयर)/रस्सी के प्रभाव। 32. भूमि/निर्माण/कमरे में कोना कटना व बढ़ना। विदिशा 33. छत की स्लैब के निर्माण की विधि। साउथ-ईस्ट , नार्थ वेस्ट और नार्थ ईस्ट फेसिंग भवन 318-330 साउथ-ईस्ट , नार्थ-वेस्ट और साउथ-वेस्ट फेसिंग भवन 331-340 34. छत का कोई एक भाग नीचा होना। नार्थ ईस्ट , साउथ वेस्ट और साउथ-ईस्ट फेसिंग भवन 341-350 35. छत का कोई एक भाग ऊँचा होना/ओवरहेड वॉटर टैंक। नार्थ ईस्ट , साउथ वेस्ट और नार्थ वेस्ट फेसिंग भवन 351-360 36. छत पर निर्माण। 37. छत का आकार। 38. छत पर निर्माण से नीचे की मंजिल के कमरों पर प्रभाव। 39. भवन/बेडरूम के कोने में निर्माण/गढ़ढ़े के प्रभाव । 40. पैराफिट वॉल/रैलिंग। 41. छत पर झण्डा/एंटीना/खम्भे का प्रभाव। 42. भवन/कमरे में सड़क/गैलरी की टक्कर । द्वारकाधीश-वास्तु ( भवन निर्माण ) 43. आस-पड़ोस के भवनों/कमरों में बेसमेंट/गढ्ढ़े का प्रभाव। द्वारकाधीश धार्मिक समिति, 44. आस-पड़ोस के भवनों/कमरों का प्रभाव। ई-मेल : dwarkadheeshvastu@gmail.com 45. बहुमंजिली इमारत में फ्लैटों पर प्रभाव। वेबसाईट : www.dwarkadheeshvastu.com 46. भवन/बेडरूम के आस-पास ऊँचा/नीचा होने का प्रभाव।। संस्करण : प्रथम-2010 47. भवन/बेडरूम में संतानों का स्थान। लेखन, डिजाईन एण्ड सेटिंग : अंकित मिश्रा 48. सूर्य की स्थिति समय के अनुसार देखकर भवन में फोन : 08010381364 वास्तु दोषों के प्रभाव जानने की विधि ई-मेल : ankit_mishratilhar@rediffmail.com

Loading...

Page Navigation
1 ... 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98