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देखें www.dwarkadheeshvatu.com साउथ-वेस्ट : शाम 4:00 बजे के समय सूर्य साउथ-वेस्ट कोने में होते हैं। इस कोने में मुख्य द्वार, बोरिंग सेप्टिक टैंक/गढ्ढ़ा होने पर घर के मुखिया, पहली व पाँचवीं संतान बीमार, बुरी आदतें, घर से बाहर रहना, अपराधी होना, जेल जाना, एक्सीडेंट व मृत्यु भी संभव है। | इस कोने में शाफ्ट/डक्ट/खुला स्थान होने पर निर्माण में यह कोना कटने से यही प्रभाव लागू होंगे। इसे आखरी छत पर कवर करने पर यदि इस भाग की ऊँचाई 2 फीट से अधिक हो जाती है या छत पर मुमटी, कमरा, पानी की टंकी, टॉयलेट इत्यादि है तो घर का मुखिया, पहली व पाँचवीं संतान घर से बाहर रहेंगे।
पश्चिम : शाम 6:.00 बजे के समय सूर्य पश्चिम भाग में होते हैं। इस भाग में बोरिंग, सेप्टिक टैंक/गढ्ढ़ा, मुख्यद्वार, शाफ्ट/डक्ट/ खुला स्थान होने पर घर के मुखिया व पुरूष संतान बीमार, बुरी आदतें, अपराधी होना, जेल जाना, एक्सीडेंट व मृत्यु भी संभव है।
नार्थ-वेस्ट : शाम 7:30 बजे के समय सूर्य नार्थ-वेस्ट कोने की तरफ अस्त होते हैं। इस कोने में सीढ़ी, टाँड, परछत्ति, अलमारी, बोरिंग सेप्टिक टैंक/गढ्ढ़ा, छत पर मुमटी, कमरा, पानी की टंकी, टॉयलेट इत्यादि होने पर महिलाएँ बीमार, कर्जे, झगड़े, मानसिक अशान्ति, दीवालिया होना, कोर्ट-केस, प्रशासनिक समस्याएँ, तीसरी व सातवीं संतान को अधिक समस्याएँ व विवाह से परेशान रहेंगे। | इस कोने में शाफ्ट/डक्ट/खुले स्थान को आखरी छत पर कवर करने पर यदि इस भाग की ऊँचाई 1 फीट से अधिक हो जाती है। तो यही प्रभाव लागू होंगे।
ध्यान रहे कि नार्थ-नार्थवेस्ट में मुख्यद्वार होने पर यही प्रभाव लागू होंगे।
उत्तर : सूर्य जिस दीवार की तरफ नहीं आते वह उत्तर भाग है। इस भाग में सीढ़ी, टाँड, परछत्ति, अलमारी, छत पर मुमटी, कमरा, पानी की टंकी, टॉयलेट इत्यादि होने पर धन की कमी, महिलाएं बीमार, मान-सम्मान में कमी, स्वभाव चिड़चिड़ा होगा व मानसिक अशान्ति रहेगी। | इस भाग में शाफ्ट/डक्ट/खुला स्थान होने पर निर्माण में यह भाग कटने से यही प्रभाव लागू होंगे। इसे आखरी छत पर कवर करने पर यदि इस भाग की ऊँचाई 1 फीट से अधिक हो जाती है तो यही प्रभाव लागू होंगे।
ध्यान रहे कि उत्तर के मध्य में दिखाए अनुसार लाईन से नार्थ-वेस्ट की तरफ मुख्य द्वार, बोरिंग/सेप्टिक टैंक/ गढ़दा होने पर यही प्रभाव लागू होंगे।
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दोष का समाधान आखरी छत या चारदीवारी के अंदर दक्षिण व पश्चिम की दीवारों के साथ। दिखाए अनुसार निर्माण कर सकते हैं। इससे कोई वास्तु दोष नहीं होगा। ध्यान रहे कि यह निर्माण किसी भी कोने से नहीं सटना चाहिए।
पहली मंजिल
चारदीवारी
ग्राउन्ड फ्लोर
सड़क
सही
द्वार
नार्थ-ईस्ट : यदि शेड द्वारा दिखाए गए भाग में सीढ़ी, टाँड, परछत्ति, स्लैब इत्यादि का निर्माण है तो कंक्रीट व सरिया काटकर इसे दीवार से कम से कम 3 इंच दूर करें या तोड़कर हटा दें। | छत पर इस कोने में कोई भी निर्माण होने पर उसे तोड़कर इसका तल छत के बराबर करें। | इस कोने में शाफ्ट/डक्ट/खुले हुए भाग को हर मंजिल पर हल्की सामग्री से कवर करना जरूरी है। किन्तु ध्यान रहे कि आखरी छत पर कवर करने से इसकी ऊँचाई एक फीट से अधिक नहीं होनी चाहिए।
शाम
सुबह 05:00 PM
07:30
ब्रह्मस्थान
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- शाम 06:00
_सुबह 06:00
पूर्व : यदि शेड द्वारा दिखाए गए भाग में सीढ़ी, टाँड, परछत्ति, स्लैब इत्यादि का निर्माण है तो कंक्रीट व सरिया काटकर इसे दीवार से कम
KUTTA से कम 3 इंच दूर करें या तोड़कर हटा दें।
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सुबह | छत पर इस भाग में कोई भी निर्माण होने पर उसे तोड़कर इसका
10:00
दोपहर दोपहर दोपहर तल छत के बराबर करें।
02:00 01:00 12:00 सही द्वार । इस भाग में शाफ्ट/डक्ट/खुले हुए भाग को हर मंजिल पर समान सामग्री से कवर करना जरूरी है। किन्तु ध्यान रहे कि आखरी छत पर कवर करने से इसकी ऊँचाई एक फीट से अधिक नहीं होनी चाहिए। | पूर्व के मध्य से साउथ-ईस्ट की तरफ यदि मुख्य द्वार हो तो इसे बंद कर दें, बोरिंग/सेप्टिक टैंक/गढ़दा हो तो इसे रेत व मिट्टी से भरकर बंद करना जरूरी है। पूर्व के मध्य से नार्थ-ईस्ट की तरफ इनका निर्माण कर सकते हैं।
साउथ-ईस्ट : यदि शेड द्वारा दिखाए गए भाग में सीढ़ी, टाँड, परछत्ति, स्लैब इत्यादि का निर्माण है तो कंक्रीट व सरिया काटकर इसे दीवार से कम से कम 3 इंच दूर करें या तोड़कर हटा दें।
छत पर इस भाग में कोई भी निर्माण होने पर उसे तोड़कर इसका तल छत के बराबर करें।
इस भाग में शाफ्ट/डक्ट/खुले हुए भाग को कवर करना जरूरी नहीं है। आखरी छत पर कवर करने से इसकी ऊँचाई एक फीट से अधिक नहीं होनी चाहिए।
इस भाग में बोरिंग/सेप्टिक टैंक/गढ़दा हो तो इसे रेत व मिट्टी से भरकर बंद करना जरूरी है। मुख्य द्वार सिर्फ साउथ-साउथईस्ट में ही बनाएँ।