________________ | संगीत व वास्तु पुस्तक (PDF) मुफ्त डाउनलोड करें (88) देखें www.dwarkadheeshvatu.com भवनों के नक्शे (वास्तु दोष व समाधान सहित) -: ध्यान रखें : दिए गए सभी नक्शों में भवन चाहें किसी भी दिशा/फेसिंग का हो, उसमें किसी भी दिशा में दोष का जो प्रभाव बताया गया है। किसी और भवन में यदि उस दिशा में समान दोष है तो उसका प्रभाव उस भवन में भी लगभग समान रूप से आएगा। प्रत्येक नक्शे में ऊपर दिखाए गए की-प्लान में आस-पास के भवन और उनकी ऊँचाई दिखाई गई है। अपने भवन से मिलते जुलते चित्र को देखकर वास्तु दोष व उनके समाधान के बारे में जान सकते हैं। दिशा प्लॉट में ऊर्जा का प्रवाह सदैव उत्तर से दक्षिण व पूर्व से पश्चिम की तरफ ही होता है। यदि भवन को किसी भी तरफ से ऊर्जा मिल रही है तो उसमें वास्तु दोषों का प्रभाव कम हो जाएगा। विदिशा प्लॉट में ऊर्जा का प्रवाह नार्थ-ईस्ट से साउथवेस्ट, नार्थवेस्ट से साउथईस्ट व साउथ-ईस्ट से नार्थवेस्ट की तरफ होता है। यदि भवन को किसी भी तरफ से ऊर्जा मिल रही है तो उसमें वास्तु दोषों का प्रभाव कम हो जाएगा।