Book Title: Vaastu Principles Hindi
Author(s): Ankit Mishra
Publisher: Ankit Mishra

View full book text
Previous | Next

Page 95
________________ संगीत व वास्तु पुस्तक ( PDF ) मुफ्त डाउनलोड करें ब्रह्मस्थान : यदि शेड द्वारा दिखाए गए भाग में सीढ़ी, स्तम्भ या छत पर कोई निर्माण है तो उसे तोड़कर हटा दें। शाफ्ट / डक्ट / खुले हुए भाग को कवर करना जरूरी नहीं है। ध्यान रहे कि आखरी छत पर कवर करने से इसकी ऊँचाई एक फीट से अधिक नहीं होनी चाहिए। इस भाग में बोरिंग / सेप्टिक टैंक / गढ़ढ़ा हो तो इसे रेत व मिट्टी से भरकर बंद करना जरूरी है। साउथ-वेस्ट : छत पर इस भाग में कोई भी निर्माण होने पर उसे तोड़कर कोने से कम से कम 3 फीट दूर करें । शाफ्ट / डक्ट / खुले हुए भाग को बने हुए भाग की छत के निर्माण में प्रयोग की गई सामग्री के समान सामग्री से कवर करना जरूरी है। ध्यान रहे कि आखरी छत पर कवर करने से इसकी ऊँचाई दो फीट से अधिक नहीं होनी चाहिए । इस भाग में बोरिंग / सेप्टिक टैंक / गढ़ढ़ा हो तो इसे रेत व मिट्टी से भरकर बंद करना जरूरी है। मुख्य द्वार को भी बंद करना जरूरी है। यदि इस स्थान पर मुख्यद्वार के साथ सीढ़ी का भी निर्माण है तो द्वार बंद करना जरूरी नहीं है । नार्थ-वेस्ट : यदि शेड द्वारा दिखाए गए भाग में सीढ़ी, टाँड, परछत्ति, स्लैब इत्यादि का निर्माण है तो कंक्रीट व सरिया काटकर इसे दीवार से कम से कम 3 इंच दूर करें या तोड़कर हटा दें। छत पर इस भाग में कोई भी निर्माण होने पर उसे तोड़कर इसका तल छत के बराबर करें। इस भाग में शाफ्ट/डक्ट / खुले हुए भाग को कवर करना जरूरी नहीं है । आखरी छत पर कवर करने से इसकी ऊँचाई एक फीट से अधिक नहीं होनी चाहिए। इस भाग में बोरिंग / सेप्टिक टैंक / गढ़ढ़ा हो तो इसे रेत व मिट्टी से भरकर बंद करना जरूरी है। मुख्य द्वार सिर्फ वेस्ट - नार्थवेस्ट में ही बनाएँ । 85 देखें www.dwarkadheeshvatu.com साउथ : यदि शेड द्वारा दिखाए गए भाग में बोरिंग / सेप्टिक टैंक/गढ़ढ़ा हो तो इसे रेत व मिट्टी से भरकर बंद करना जरूरी है। मुख्य द्वार को भी बंद करना जरूरी है। यदि इस स्थान पर मुख्यद्वार के साथ सीढ़ी का भी निर्माण है तो द्वार बंद करना जरूरी नहीं है । शाफ्ट / डक्ट / खुले हुए भाग को बने हुए भाग की छत के निर्माण में प्रयोग की गई सामग्री के समान सामग्री से कवर करना जरूरी है। वेस्ट : यदि शेड द्वारा दिखाए गए भाग में बोरिंग / सेप्टिक टैंक/गढ़ढ़ा हो तो इसे रेत व मिट्टी से भरकर बंद करना जरूरी है। मुख्य द्वार को भी बंद करना जरूरी है। यदि इस स्थान पर मुख्यद्वार के साथ सीढ़ी का भी निर्माण है तो द्वार बंद करना जरूरी नहीं है । शाफ्ट / डक्ट / खुले हुए भाग को बने हुए भाग की छत के निर्माण में प्रयोग की गई सामग्री के समान सामग्री से कवर करना जरूरी है। उत्तर : यदि शेड द्वारा दिखाए गए भाग में सीढ़ी, टाँड, परछत्ति, स्लैब इत्यादि का निर्माण है तो कंक्रीट व सरिया काटकर इसे दीवार से कम से कम 3 इंच दूर करें या तोड़कर हटा दें । छत पर इस भाग में कोई भी निर्माण होने पर उसे तोड़कर इसका तल छत के बराबर करें। इस भाग में शाफ्ट / डक्ट / खुले हुए भाग को हर मंजिल पर समान सामग्री से कवर करना जरूरी है। किन्तु ध्यान रहे कि आखरी छत पर कवर करने से इसकी ऊँचाई एक फीट से अधिक नहीं होनी चाहिए। उत्तर के मध्य से नार्थ-वेस्ट की तरफ यदि मुख्य द्वार हो तो इसे बंद कर दें, बोरिंग / सेप्टिक टैंक / गढ़दा हो तो इसे रेत व मिट्टी से भरकर बंद करना जरूरी है। उत्तर के मध्य से नार्थ-ईस्ट की तरफ इनका निर्माण कर सकते हैं। विदिशा प्लॉट भवन की आखरी छत पर और चारदीवारी के अंदर किसी भी कोने में (चाहें सड़क किसी भी तरफ हो) दिखाई गई जगहों में कोई निर्माण, वजन, भारी मशीन या तिरपाल इत्यादि से ढ़के होने पर गंभीर प्रभाव होते हैं । N सड़क चाहें किसी भी तरफ हो, शेड द्वारा दिखाए गए स्थानों में वास्तु दोष होने पर इसका आंशिक या गम्भीर प्रभाव होता है । नार्थ-ईस्ट : सूर्य जिस दीवार के मध्य तक नहीं जाते वह नार्थ-ईस्ट भाग है। इस भाग में सीढ़ी, टाँड, परछत्ति, अलमारी, छत पर मुमटी, कमरा, पानी की टंकी, टॉयलेट इत्यादि होने पर घर के कमाने वाले सदस्य और पूरा परिवार परेशान, बीमार, प्रगति न होना, धन की कमी, मान-सम्मान में कमी व पहली और चौथी संतान को अधिक समस्याएँ व विवाह से परेशान रहेंगे । इस भाग में शाफ्ट / डक्ट / खुला स्थान होने पर निर्माण में यह भाग कटने से यह प्रभाव कई गुना बढ़ जाएँगे । इसे आखरी छत पर कवर करने पर यदि इस भाग की ऊँचाई 1 फीट से अधिक हो जाती है तो भी यही प्रभाव लागू होंगे। W चारदीवारी N शाम NW 7:30 VA शाम W 6:00 E N सुबह 5:00: NE SW W दोपहर 3:00 E S पहली मंजिल ग्राउन्ड फ्लोर सड़क सुबह 6:00 SE सुबह NIZ 10:00 दोपहर 1:00

Loading...

Page Navigation
1 ... 93 94 95 96 97 98