________________ | संगीत व वास्तु पुस्तक (PDF) मुफ्त डाउनलोड करें (81) देखें www.dwarkadheeshvatu.com| नीचा होने पर आस-पड़ोस में नहर, तालाब, कुआँ, गढढा इत्यादि भवन से सटा होने पर गंभीर प्रभाव होंगे और भवन से दूर होने पर आंशिक प्रभाव होंगे। यदि यह भवन से 40 फीट दूर है तो प्रभाव काफी कम हो जाएगा। दिशा प्लॉट उत्तर में मध्य से नार्थ-वेस्ट की तरफ उत्तर में मध्य से नार्थ-नार्थईस्ट में धन की प्राप्ति, पूरा परिवार सुखी वा धन की कमी, महिलाएँ बीमार, नार्थ-ईस्ट की तरफ और सम्पन्न, निवासी उच्च पद पर कार्यरत, मान-सम्मान में मान-सम्मान में कमी व स्वभाव उत्तर के पूरे भाग में होने बढ़ोत्तरी, घर की मुख्य महिला, पहली और चौथी संतान चिड़चिड़ा होगा। उत्तर के पूरे भाग में पर धन की प्राप्ति, यदि बेटी है तो विशेष लाभ होगा। होने पर दोष नहीं लगेगा। महिलाएँ स्वस्थ, सुखी, मान-सम्मान में बढ़ोत्तरी ईस्ट-नार्थईस्ट में धन की प्राप्ति, पूरा परिवार सुखी व स्वभाव अच्छा होगा। व सम्पन्न, निवासी उच्च पद पर कार्यरत, केवल नार्थ-नार्थवेस्ट में पर मान-सम्मान में बढ़ोत्तरी, घर के मुखिया, पहली और महिलाएं बीमार, कर्जे, झगड़े, चौथी संतान यदि बेटा हो तो विशेष लाभ होगा। मानसिक अशान्ति, दीवालिया होना, कोर्ट-केस, प्रशासनिक समस्याएँ, तीसरी व सातवीं संतान बेटी हो तो पूर्व के मध्य से नार्थ-ईस्ट की तरफ होने पर अधिक समस्याएँ व विवाह से परेशान पुरूष स्वस्थ, सुखी, मान-सम्मान में रहेंगे। बढ़ोत्तरी व स्वभाव अच्छा व पूज्यनीय होगा। नार्थ / उत्तर / ईस्ट | वेस्ट / उत्तर / नार्थ केवल वेस्ट-नार्थवेस्ट में पर पुरूष बीमार, कर्जे, झगड़े, मानसिक, अशान्ति, दीवालिया होना, कोर्ट-केस, प्रशासनिक समस्याएँ, तीसरी व सातवीं संतान बेटा हो तो अधिक समस्याएँ व विवाह से परेशान रहेगा। पूर्व के मध्य से साउथ-ईस्ट की तरफ होने पर पुरूषों को गम्भीर बीमारी, भय लगना, मान-सम्मान व धन की कमी, कोर्ट-केस, /प्रशासनिक समस्याएँ, संतान न होना व गर्भपात होना संभव है। ------ पूर्व .--E w| पश्चिम थान साउथ वेस्ट |------ / साउथ दक्षिण / ईस्ट पश्चिम में घर के मुखिया व पुरूष संतान बीमार, बुरी आदतें, अपराधी होना, जेल जाना, एक्सीडेंट व मृत्यु भी संभव है। ईस्ट-साउथईस्ट में परूष बीमार, कर्जे, झगड़े, मानसिक अशान्ति, आग व चोरी की 'घटनाएँ, कोर्ट-केस, प्रशासनिक समस्याएँ, दूसरी व छठी संतान यदि बेटा है तो अधिक समस्याएँ व विवाह से परेशान रहेंगे। वेस्ट-साउथवेस्ट में घर के//साउथ-साउथवेस्ट में घर दक्षिण में महिला व मुखिया, पहली और पाँचवीं की मुख्य महिला, पहली स्त्री संतान बीमार, संतान बेटा हो तो बीमार, और पाँचवीं संतान बेटी हो मान-सम्मान में कमी, बुरी आदतें, अपराधी होना, तो गम्भीर बीमारी, मानसिक स्वभाव चिड़चिड़ा और जेल जाना, एक्सीडेंट व अशान्ति, एक्सीडेंट व मृत्यु जिददी व मानसिक मृत्यु भी संभव है। भी संभव है। अशान्ति रहेगी। साउथ-साउथईस्ट में महिलाएं बीमार, कर्जे, झगड़े, मानसिक अशान्ति, आग व चोरी की घटनाएँ, कोर्ट-केस, प्रशासनिक समस्याएँ, दूसरी व छठी संतान यदि बेटी है तो अधिक समस्याएँ व विवाह से परेशान रहेंगे। विदिशा प्लॉट नार्थ-ईस्ट में धन की प्राप्ति, पूरा परिवार सुखी व सम्पन्न, निवासी उच्च पद पर कार्यरत, मान-सम्मान में बढ़ोत्तरी, घर के मुखिया, पहली और चौथी संतान को विशेष लाभ होगा। पूर्व में धन की प्राप्ति, पुरूष स्वस्थ, सुखी, मान-सम्मान में बढ़ोत्तरी व स्वभाव अच्छा व पूज्यनीय होगा। उत्तर नार्थ-ईस्ट पूर्व --- ----- उत्तर में धन की प्राप्ति, महिलाएँ स्वस्थ, सुर्थी, मान-सम्मान में बढ़ोत्तरी व स्वभाव अच्छा होगा। साउथ-ईस्ट में महिलाएं बीमार, कर्जे, झगड़े, मानसिक अशान्ति, आग व चोरी 'की घटनाएँ, कोर्ट-केस, प्रशासनिक समस्याएँ, दूसरी व छठी संतान को अधिक समस्याएँ व विवाह से परेशान रहेंगे। नार्थ-वेस्ट ब्रह्मस्थान साउथ-ईस्ट ----| पश्चिम साउथ-वेस्ट दक्षिण नार्थ-वेस्ट में महिलाएं बीमार, कर्जे, झगड़े, मानसिक अशान्ति, दीवालिया होना, कोर्ट-केस, प्रशासनिक समस्याएँ, तीसरी व सातवीं संतान को अधिक समस्याएँ व विवाह से परेशान रहेंगे। दक्षिण में महिला व स्त्री संतान बीमार, मान-सम्मान में कमी, स्वभाव चिड़चिड़ा और जिददी व मानसिक अशान्ति रहेगी। पश्चिम में घर के मुखिया व पुरूष संतान बीमार, बुरी आदतें, साउथ-वेस्ट में घर के मुखिया, पहली और पाँचवीं संतान बीमार, बुरी अपराधी होना, जेल जाना, एक्सीडेंट व मृत्यु भी संभव है। आदतें, अपराधी होना, जेल जाना, एक्सीडेंट व मृत्यु भी संभव है।