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20. ये श्वेताम्बर जैनाचार्य प्रतीत होते हैं। 21. A classified list of Mss in the Rajasthan Oriental Research Institute, ___Catalouge Prepared by Muni Jinvijay, Jodhpur, 1960, II,32, 16th
C.A.D. 22. Sen S.N. et. al, Bibilography of Samskirita works on Astoronomy & Mathematics, p- 86
m leaf Mss in the Shantinath Jian Bhandars Bombay, by Muni Pujya Vijayji, part-2, Gaikwada Oriental Series, Baroda,
No. 135, 1961 24. उन्हीं सिद्धसूरि द्वारा श्रीधरकृत गणितसार (त्रिंशतिका) पर टीका लिखी गई थी। अंबालाल शाह
कृत जैन साहित्य का वृहत् इतिहास, भाग-5 पृष्ठ 165 25. (i) A. Catalouge of Mss in the Jain Bhandaras of Jaisalmere,
C.D.Dalal and L.B.Gandhi. The Gaikwad Oriental Series No. 76, Baroda, 1937, and Sr. No. 25 (1), 64 folios & Sr. No. 44,286
folios, 1217 A.D. (ii) A. Catalouge of Mss in the Jaina Bhandars of Patan, C.D. Dalal
& L.B. Gandhi, The Gaikwad Oriental Series No. 76, Baroda, 1937, and Sr. No. 25(1), 64 Folios & Sr. No. 44, 286 Folios,
1217 A.D. 26. जैसलमेर के जैन गथ भंडारों की सूची, पृ. 35-268 27. यह सूचना श्री श्रीकान्त चंवरे ने व्यक्तिगत पत्राचार में दी हैं। पत्र दिनांक 26.02.1983 28. गणितसार-संग्रह, परिशिष्ट 5, पृ. 55-57 तथा महावीराचार्य एक समीक्षात्मक अध्ययन,
हस्तिनापुर, 1985 29. Sen S.N. et. al, Bibilography, p-86 30. श्री श्रीकान्त चंवरे व्यक्तिगत पत्राचार, 26.02.1983, प्रति क्रमांक -64 31. गणित विलास, चन्द्रम, पत्र संख्या 29,पंक्ति-प्रति पत्र 7,अक्षर-प्रति पंक्ति 40 लिपि-कन्नङ,
भाषा-कन्नड़, विषय-गणित, लेखनकाल - अपूर्ण तथा सामान्य शुद्ध, दशा सामान्य, जैन मठ, मूडबिद्री, ग्रन्थ संख्या-169 गणित विलास चन्द्रम-पत्र संख्या 32, पंक्ति 10, अक्षर 5, लिपि कन्नड़, भाषा कन्न, विषय गणित, वस्तु-ताड़ पत्र, लेखनकाल x पूर्ण, शुद्ध, उत्तम जैन भवन, मुङबिद्री, ग्रन्थ संख्या - 89 गणित विलास, चन्द्रम-पत्र संख्या 10, पंक्ति 6, अक्षर 32, लिपि कन्नङ, भाषा कन्नड़, विषय गणित, वस्तु ताड़ पत्र, लेखनकाल x अपूर्ण, शुद्ध, दशा सामान्य, विशेष :- कन्नड़ टीका सहित
नाममाला भी है। जैन भवन, मूङबिद्री, ग्रन्थ संख्या 218, सं. 17, पृ. 168 तुलसी प्रज्ञा जुलाई-सितम्बर, 2008 -
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