Book Title: Tulsi Prajna 2008 07
Author(s): Shanta Jain, Jagatram Bhattacharya
Publisher: Jain Vishva Bharati
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संदर्भ ग्रन्थ : 1. उपासकदशा सूत्र 1/12 2. रत्नकरण्ड श्रावकाचार. 3/5 3. (आप्टे) संस्कृत हिन्दी कोष, पृ. 15 4. चारित्रसार., 13/3 5. सर्वार्थसिद्धि, 7/1, पृ. 258
स्थानांग सूत्र 5/1/2, रत्न. श्रावका.3/7
उपासकदशा सूत्र, 1/13 8. कार्तिकेयानुप्रेक्षा 30-31, चारित्रसार, पृ. 238, 4/4 9. स्थानांग सूत्र 3/4/40-43 10. उपासकदशा, सूत्र अ-1, सू. 45, पृ. 40 11. समणसुत्त 310 12. सूत्रकृतांग, सूत्र 6/23 13. रत्नकरण्ड श्रावकाचार 3/9 14. स्थानांग सूत्र, स्थान. 5, अ. 15. आवश्यक सूत्र, पृ. 99
(ख) योगसूत्र 2/54 16. उपासकदशा सूत्र, अ.-1, सूत्र-42, पृ. 17. स्थानांग सूत्र, स्था. 5, उ. 1 18. तत्वार्थ सूत्र 7/10 19. रत्नकरण्ड श्रावकाचार 3/11 20. गति श्रावकाचार. 6/59, योगसूत्र 2/66 21. उपासकदशांग सूत्र, अ.-1, सू.-15, पृ. 27 22. वही; अ.-1, सू. 47, पृ. 43 23. रत्नकरण्ड, श्रावकाचार, 3/13
ग. सर्वाथसिद्धि, 7/20 24. उपासक सूत्र 405 25. वही; उपा. सूत्र, अ.-1, सूत्र-16, पृ. 27
तुलसी प्रज्ञा जुलाई-सितम्बर, 2008
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