Book Title: Sudha Sanchit
Author(s): Revashankar Vaidya
Publisher: Revashankar Vaidya
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५५४० प्रहरी· ।
रोगचौरायः
११५
अनुक्रमणिका २० अथ भव्यरने मरणानी डीपाय. २२१ अथ जाणसघरगीनोडीपाय. २२२ अथ नाण्यम्नी परसवापाशीनोडीपा २२३ अथ भाग्यरने श्वासोश २२४ अथ श्रारी जाण्यड़ने तेनो शिपाय २३५ अथ घावेने तरतोडे तेनो शपाय ११५ २५ अथ भाग्यहुना पेरेछारेरोपटे छतेयीशु "गपर्धमाक्याने रडावे तेनोपाय ११५ २७ अथ भाव्य पेशानंधयगियोछोय ११५ तेनो डीपाय.
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एष्टयाने
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झोपारा 225 २२८ अथ भाव्यम्नेसामधी पडती होयतेनी ११७ २२ अथ मुजशम्नान्यचाणीलोल्सामा नामुषमायायछे तेनो डीपाय. ११७ २३. अथ जाण्याने डुरीयेसोले तेनोडीपाय. ११७ २३१ अथ भाव्यस्नीडुरीपाडी होयतेनो डीपाय- ११ २३२ अर्थ गुहापाडी दीयतेनोडीपाय. 233 प्रथ दाँत भेडा जंगता होयतेनो उपाय ११८ २३४ भूष वसंतस्तुनोन्नुसाष २३प अथ ग्रीष्ारतुनो तुलान २३५ प्रथ रथास्तुनोलुलाम उ २१७ अथ शरहरतुनोब्लुसाष. २३८ प्रथ कीमत रतुनो लुलाम. उल-अथ शंशी रतुनी लुलान ३४० च्प्रथ मनुशनारीरीरैनीगतीथाय छेतेनीरी १२० राज्य वायुनी प्रार्विनामंगलक्षएा. ११
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१२०
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