Book Title: Sudha Sanchit
Author(s): Revashankar Vaidya
Publisher: Revashankar Vaidya
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७४) अनुक्रमणिका
यांनो
ए
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रोगमोरापः पअषणमारगयीयी. पापाँगो मारपीपी
श्रय एंडताणमारगयीपी. शप्रथ रंडीमारगोधी श्रयमाएयाहीरामारगपाधी अथनीपरसींघमार
यमनरीसमारए दप्रयागमारए
पर प्रयरात्यमारप जिवातनोगा. डापतनारोगनीप्रसारन्तानोताछ श्रपत्रीपासरसन्मसतिपिरछेनेष्टर प्रथमहत्वीरसमपर.. प्रय प्यानलैरपरसम्प रछे पल्टा टाध्ययायुनारोगनोगपरेराडीपायल लय यतैनासनरसापटत
रूपातगन्नारसवायुनारोगपरदेषण श्रय अछरगनोरमसापा चमत्तीचीनयत्नैरपरस-तिीराज्यल्प श्रयणाराभोरशरनो पायपएरोगनीप्रसर-सपेश्वररस्यका उष्टपरछ.
पप। उपअपतामहेश्वररसयुएपर:
त्रयामरसरोढएर गयरोरेश्वररसारपरछः
अपरमेश्वररसरामपंच्याशपर. या मनोध्यरसडामपरछे.
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पपी
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