Book Title: Sudha Sanchit
Author(s): Revashankar Vaidya
Publisher: Revashankar Vaidya
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एह पानी
ला
५७७
अनुक्रमणिकर (७०१] काय कमीरोगनाशरस्तपानातीपणे
अथ मुत्रमण्यतयाभूस्मरीरोगनाडा रित्तयात्तेनारीपायो-रस्का
प्रथयातरक्तनोप्रारन्तानाशायरल्दा लिभपशुगनीयन
गीतामणी रसगुणपर. श्रयगुणगण्डेसरीरस पत्रीनेताक्षरसतेगुणपरी। अपगीवानारोगनाअपायो हाप्रय गीगाधररस भूयसीमानाडीपाय.
सूयरीस्थानगगुर्ण प्रियायानगगन
सायत्रीलुरनवीन्यप्रतापयुए। लिश्यानसुरीरसगु लिपि अशीभाररसजीमंडपरछे.
सांप्रथरांमरस.प्रिय पांडुरोगप्रशरनीधनन्तयातेनाली लाप्रथअपनीयनन्तपातेनालीयायोग मध्यरांतीयानोशारतान्नेनारपायपाल प्रय अाहशीरीनोप्रसस्तान्तेनाणियोरोक्का अपनुलानापयानो रणय माता
यरिंगालेदारसनुसामानापार लमय चाँतीरपानोपार
श्री मरगीपायुनोप्रभारताहेनालापन पतामतादेयतेनोप्रशस्ता धीपापपानी
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