Book Title: Sudha Sanchit
Author(s): Revashankar Vaidya
Publisher: Revashankar Vaidya

View full book text
Previous | Next

Page 696
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir - पम्पेितंशोलारजागेतमरवान नोडीपायट मायनेनीरमगारपानोपायलिन याप्री भागमामोतीयानी साराचीन गरेमरयानोठिीपायसन अपनेत्रनासर्वरोगनोनीपाय, प्रयशीलारासर्वनेत्ररोगपराएगा मिथर्णरोगीत्यत्तीसक्षगराय शेगनीसंप्याटले नाहरू अयाएगुिण-समाए। प्रय इनाइरोगिनांसंक्षागार या हिन्दाअथमचीरनुलक्षागार जय श्वेऽरोगनुंजक्षगन्तरिय प्रथमश्रावनांसगाप प्रय हिंड्नांसक्षगनिरामय एगथरोगनाशगन्छ प्रिय उएप्रितीनानांसमगर प्रिय ऋमिनांसक्षगन्द अप उएयूपतगोखवागवादीचाणका करायीगतेरोगप-प अयाएपास्रोगनांखक्षरगपूर मिर पुतीरोगनांलक्षाएं पर ख रामय वातपीन्त लोहीते पल्लाचयी करून - - जलभरपरीपोरनुंखलएरोगर्नु बि For Private and Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 694 695 696 697 698 699 700 701 702 703 704 705 706 707 708 709 710 711 712 713 714 715 716 717 718 719 720 721 722 723 724 725 726