Book Title: Sudha Sanchit
Author(s): Revashankar Vaidya
Publisher: Revashankar Vaidya
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रोगमौरीपर
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||६८२) अनुक्रमणिकर
जय नाशेपनी पायाशी तनाव टायसनापानीपीतामोडेयायतेना
लक्षाग४ दुनियरोहीनीपीज्या
सक्षगप.... अययोटरबागवायीहोडेरोगथायी रिकनांसगा जयमांसमेग्नांलक्षगन्छन्ट उद यथोग्नारोगनाशपाया।
प्रयतनापैतांपागांतेरोशनी नमन त्यत्तीते रोग-प्रशारनाछ जयशंतनापेरांनारोगनानांम जिपामर सीताहीतनांपेठामारोगथाय
तेनालक्षाएगाप. जापतिप्यपुस्पानारोनालसहित अपसोरीगण्टामाशयतेनाख
अपमहासोरेरिरपेटोनारोगतेनालन्दा जिअप एरीहरपेढांनोशेगतेनाल र
यसपा-पटानीरोगत्तैनाल रित
प्रय रोग ऐटांनांतेनाललगाम सिश्यषलीवर्धन-पैटानीरोगतेनोबलस रिलाय धीमांसनारोगपेटांनातेनालाल
सगसोनेखोयागांतुंएमके छोते. अयि पागरोगनसोपीपीछेते पाथवीधी-पेदानारोगनाससग तत्व रिश्रय सीतातीपदानारोगनोरिपायापार
अपतप्युपुरतो पीपसारा
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