Book Title: Sudha Sanchit
Author(s): Revashankar Vaidya
Publisher: Revashankar Vaidya

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Page 701
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 1 १४) अनुक्रमहिए । यांतहालताहीयन्तेमापीयानाकर समरसतीहोयतेनोरीपायोपन प्रयतेसोहीनीरतुहोयतेनोपीयरपत यत्रीमनारोगनी डोत्पत्तीसक्षगाच्या राश्य चातलहरोगनालक्षागत रुपा श्य पीतलहरोगनांलक्षर पर पायललोगनासतएउ पर श्रय प्रसासकलनारोगनासक्ष पर टिश्य पीपलहरोगनासतगप यश यलनरोगनी शिपाय अयडीपायनीन्नेप्रिय पिलरोगनालगतेनीया प्रयतागवानारोगनोप्रशर. प्रथ तागवानारोगनांनांमा जापूय गणसूतीरोगनांसक्षएप भावथडेसरीरोगनासक्षागार प्रिय परोगनासलगप्रिय रंछपरोगनांलक्षण अथ ताल्वर्युरोगनाउसएगप जश्रयमांसघातरोगनासलगाए प्रिय ताल्वप्युपुररोगनांलक्षण आप्रयतायुशीशरोगनांससागर प्रयतानुपारोगनालसगीरू माश्रयतालरोगनागिपाया पीपायसर्वसाणुगनी. प्रियताशुपाउनो पाया प्रय गणानारोगाट प्रशस्नातेन ४५31 Vastan.sarimin ArAssna ४५० Hamr ४५ m For Private and Personal Use Only

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