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१४) अनुक्रमहिए ।
यांतहालताहीयन्तेमापीयानाकर समरसतीहोयतेनोरीपायोपन प्रयतेसोहीनीरतुहोयतेनोपीयरपत
यत्रीमनारोगनी डोत्पत्तीसक्षगाच्या राश्य चातलहरोगनालक्षागत रुपा
श्य पीतलहरोगनांलक्षर पर पायललोगनासतएउ पर
श्रय प्रसासकलनारोगनासक्ष पर टिश्य पीपलहरोगनासतगप यश
यलनरोगनी शिपाय
अयडीपायनीन्नेप्रिय पिलरोगनालगतेनीया
प्रयतागवानारोगनोप्रशर. प्रथ तागवानारोगनांनांमा जापूय गणसूतीरोगनांसक्षएप भावथडेसरीरोगनासक्षागार प्रिय परोगनासलगप्रिय रंछपरोगनांलक्षण
अथ ताल्वर्युरोगनाउसएगप जश्रयमांसघातरोगनासलगाए प्रिय ताल्वप्युपुररोगनांलक्षण आप्रयतायुशीशरोगनांससागर
प्रयतानुपारोगनालसगीरू माश्रयतालरोगनागिपाया
पीपायसर्वसाणुगनी. प्रियताशुपाउनो पाया
प्रय गणानारोगाट प्रशस्नातेन
४५31
Vastan.sarimin
ArAssna
४५०
Hamr
४५
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