Book Title: Sramana 2007 10
Author(s): Shreeprakash Pandey, Vijay Kumar
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

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Page 209
________________ हिन्दी अनुवाद कुछ लोग रथनूपुर में, कुछ आनंदपुर में, कुछ शकटमुख में, कुछ अरिजय में, पुनः कुछ लोग वैजयंती नगर में गये। गाहा कोवि हु रयणपुरम्मि सिरिनयरे रयणसंचये कोवि । नयरम्मि जलावत्ते कोवि गओ संखनाभम्मि ।। २०५।। संस्कृत छाया कोऽपि खलु रत्नपुरे श्रीनगरे रत्नसञ्चये कोऽपि । नगरे जलावर्ते कोऽपि गतः शङखनाभे ।। २०५।। गुजराती अर्थ कोईक रत्नपटमां कोईक श्रीनगरमां, केटलाक रत्नसञ्चयमां, कोईक जलावर्तनगरमां, कोईक शंखनाधमां गया। हिन्दी अनुवाद कुछ लोग रत्नपुर में, कुछ श्रीनगर में, कुछ लोग रत्नसंचय में, कुछ लोग जलावर्त नगर में, तथा कुछ लोग शंखनाभ नगर में गये। गाहा अवरावर-नयरेसं पडिवक्ख-समासएण पुर-लोओ। सव्वोवि हु विक्खिरिओ सत्तुय-पुंजो व्व वाय-हओ ।। २०६।। संस्कृत छाया अपरापर- नगरेषु प्रतिपक्ष-समाश्रयेण पुरलोकः । सर्वोऽपि खलु विकीर्णः सक्तुक-पुञ्ज इव वातहतः ।। २०६।। गुजराती अर्थ आ प्रमाणे शत्रुना थयथी पोताना आश्रयने ईच्छता चधा नगरलोको वायुथी हणायेल शक्तुना पुजनी जेम बीजा बीजा नगरामां विखराई गया। 301

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