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क्रमांक संवत
तिथि/मिति
प्रतिलिपिकार
संदर्भग्रन्य
50
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ग्रन्थ का नाम मूल प्रशस्ति।
प्रतिलेखन प्रशस्ति किरातार्जुनीय-अवचूरि मूल प्रशस्ति
प्रशस्तिगत आचार्य। मुनि का नाम जयप्रभसूरि
___1520
जय
चैत्रसुदि 5 सोमवार
प्रतिलेखनप्रशस्ति
जयप्रभसूरि
8
1521
प्रतिलेखनप्रशस्ति
Catalogue of Sanskrit and Prakrit Mss Muniraja Shree Punya Vijayaji's Collection Ed. by A.P. Shah, Ahmedabad-1963-68 A.D. वही, क्रमांक 6033 पृ. 388 वही, क्रमांक 726, पृ.63 वही, क्रमांक 3396 पृ. 193 वही, क्रमांक 152 पृ. 13
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1520 माघ सदि 5 क्रियाकलाप
गुरुवार मार्गशीर्ष वदि 4 नन्दीसूत्र
रविवार 1523 ___कात्तिक सुदि 2 प्रश्नोत्तररत्नमाला
शुक्रवार 1527 चैत्र सुदि 7 शब्दपदार्थीसूत्रवृत्ति
गुरुवार
जयप्रभसूरि एवं उनके शिष्य पूर्णकलश जयसिंहसूरि के शिष्य जयप्रभसरि जयप्रभसूरि
जयप्रभसूरि
प्रतिलेखनप्रशस्ति
जयप्रभसूरि
प्रतिलेखनप्रशस्ति
जयप्रभसूरि
6. 1529
प्रतिलेखनप्रशस्ति
जयप्रभसूरि एवं उनके शिष्य यशस्तिलकमुनि जयप्रभसूरि एवं उनके शिष्य यशस्तिलकमुनि जयप्रभसूरि एवं उनके शिष्य जयमेरु
जयप्रभसूरि
फाल्गुन सुदि 1 न्यायप्रवेशवृत्ति शुक्रवार
वही, क्रमांक 190
पृ. 16
1551
कर्पूरप्रकरण
प्रतिलेखनप्रशस्ति
जयप्रभसूरि
आश्विन शुक्ल प्रतिपदा बुधवार
वही, क्रमांक 3805 पृ. 220
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श्रमण, अक्टूबर-दिसम्बर, १८८॥