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श्रुतसागर
सितम्बर-२०१४ स्वहस्ते लखायेल अन्य बे प्रतो पण ज्ञानमंदिरमा उपलब्ध छे. जेना नं. १३७८ तथा १३५२७ छे. आ बन्ने पण सं. १७६२मां लखायेल छे. तेमां प्रस्तुत प्रत तथा १३७८ बन्ने प्रत व्रघ्नपुरमां बे-त्रण दिवसना अंतरे लखायेल छे. अपभ्रंश ईसरविमलनी साथे अन्य प्रतमां शुद्ध नाम ईश्वरविमल पण मळे छे.
प्रतिलेखन वर्ष-वि.सं.१७६२ पोस सुदि पंचमी तिथौ रविवासरे. प्रतिलेखन स्थल-व्रघ्नपुर. प्रत परिचय-प्रत नं.९९० जे संपूर्ण छे, प्रतमां कुल-४ कृतिओनुं संकलन थयेल छे. आ कति पाछलथी लखायेल छे. प्रतनुं माप-२५४१२ से.मी. छे. कुल पत्र संख्या-२७, अक्षर वाच्य छे.
प्रत नं.२८२८२ पेज-३B-४A
|| संवत १६८४ वर्षे महा सुदि १३ भौमें ॥ पातस्याह साह जिहान राज्ये बेठां ते पाछलि वार्ता छइः। मुलताननो वासी जाते षीत्री नामे ठाकुर बलाखी ते दुर देसांतर देखी आव्यो तणे जें वात कही ते लखीइं छइः ॥
१. प्रथम गुजरात मध्ये श्री अहम्मदावादथी ३०० कोस आगरो छे तेहथी २. ३०० कोस लाहोर तेहथी ३. १५० कोस मुलतान तेहथी ४. ३०० कोस खंधारि तिहाथी
५. ९०० कोस ईसपन्ननगर छे. तिहां तिलंग पातस्याह राज्य करे छे. तेहनो बाजार १२ कोसनो लांबो छ तेहथी
६. ६०० कोस खुरसाण छे तेह बाजार १५ कोसनो लांबो छ तेहथी
७. १२०० कोस अस्तंतंबोल नगर छे ते नगर ३६ कोसनो लांबो छे २४ कोसनो चोडो छे तेहनो २४ कोसनो बाजार लांबो छे तिहा रुमि पातस्याह राज्य करे छइः ते छठे मासे बाहिर निकले छे ते पातस्याहनें २४ लाख घोडा छे १२। लाख हाथी छे ३ लाख गुलाम छे ५ लाख बांदी छे एक कोडि २५ लाख पायदल छे. नगरने आसपास चोकफेर लोहनो कोट छे पातस्याही कोट लांबानो छे तेहथी
८.५०० कोस बबर देस छे तिहां सपेत हीर माणसनें रुधीरें रंगाय छे देस मोटो छ ५०० कोसनो लांबो , तेहथी
९. ७०० कोस तारातबोल नगर छे वैताढ्यना विद्याधरनो वासो छ तिहां
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