Book Title: Shravak Dharma Anuvrata Author(s): Chandanmal Nagori Publisher: Chandanmal NagoriPage 30
________________ श्रावक धर्म - अणुव्रत कर लें, और भविष्य के लिये सोचते रहे और भाग्य योग से अधिक धन की प्राप्ति हो जाय तो धर्म मार्ग में व्यय करना न भूलें । २३ इस व्रत के लेने वाला दुनियादारो के कई अपराधों से बच जाता है, जिसका कुछ परिचय इस प्रकार से है । लोभवृत्ति से ----- (१) खोटे सिक्के बना कर पास में रखने वाले को धारा २३१ में दस वर्ष का कारावास होता है । (२) खोटे सिक्के पास में रखने वाले को धारा २४२ में तीन साल का कारावास होता है । (३) खोटे तोल माप बाट रखने वाले को धारा २६४ में एक वर्ष का कारावास होता है । (४) बनावटी नोट बनाने वाले को धारा ४८६ में दस वर्ष का कारावास होता है । (५) लांच - रिश्वत लेने वाले को धारा १६१ में तीन वर्ष का कारावास होता है । इस तरह के और भी कई प्रकार के अपराधों से बच जाते हैं । इस व्रत को लेते समय निज के संयोग Jain Education InternationaFor Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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