Book Title: Shravak Dharma Anuvrata
Author(s): Chandanmal Nagori
Publisher: Chandanmal Nagori

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Page 40
________________ श्रावक धर्म-अणुव्रत ३३ - - - कर के क्षोभ पहुंचाने से अतिचार लगता है। तीसरा विश्वस्त मंत्र भेद विश्वासु निज की भार्या के दूषण अथवा गुप्त बात प्रगट करने से मंत्र भेद और विश्वास भंग करने से अतिचार लगता है। चौथा मिथ्या उपदेश देकर खोटी सलाह देकर प्रपञ्च से किसी को क्षोभ दुःख पहुंचाने से अतिचार लगता है। पांचवां असत्य लेख, बनावटी खत झूठा दस्तावेज लिखने से और झूठी गवाही देने से अतिचार लगता है। Jain Education InternationaFor Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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