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* प. पू. श्री १०८ आचार्य शांतिसागर दि. जैन जिनवाणी जीर्णोद्धारक संस्थाद्वारा प्रमाणित
श्री श्रुतभांडार व ग्रंथप्रकाशन समिति, फलटण.
1995
श्री भगवान पुष्पदंत-भूतबलीप्रणीत
* षट्खंडागम *
-: संपादन :ब्र. पं. सुमतिबाई शहा, न्यायतीर्थ
संचालिका, क्षु. राजुलमती दि. जैन श्राविकाश्रम, शोलापुर.
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