Book Title: Shalopayogi Jain Prashnottara 01
Author(s): Dharshi Gulabchand Sanghani
Publisher: Kamdar Zaverchand Jadhavji Ajmer

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Page 51
________________ (४१) (१६) प्रश्नः रात्री भोजन से किस तरह से नुकसान होता है ? उत्तरः रात्री में खाने से अज्ञानपणे बहुत ही सूक्ष्म जानवरों खुराक में आजाते हैं व उस से शरीर और बुद्धि विगड़ती है इसवास्ते अपने शास्त्र में और हिन्दू शास्त्र में भी रात्री भोजन त्याग करना कहा है. (१७) प्रश्नः रात्री भोजन का सोगन करने से क्या लाभ होता है ? उत्तरः सूर्यस्त से सूर्योदय तक चार आहार का त्याग करने से आधा उपवास का फल प्राप्त होता है. (१८) प्रश्नः चार आहार के नाम बतायो ? उत्तरः अन्न, पाणी, सुखडी और मेवा. व मुख वास ( पान, सुपारी आदि). (१६) प्रश्नः अन्न के लिये शास्त्र में कोन शब्द कहा है ? उत्तरः असणं. (२०) प्रश्नः पानी के लिये ? उत्तरः पाणं. . . (२१) प्रश्नः सुखडी के लिये ? . . . . . , . . उत्तरः खाइमं. . (२२) प्रश्नः मुखवास के लिये ....... .. उत्तरः साईमं ... ... .. .. : .. (२३) प्रश्नः चार आहार के.पच्चखाण में क्या कहना . चाहिये?.

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