Book Title: Shalopayogi Jain Prashnottara 01
Author(s): Dharshi Gulabchand Sanghani
Publisher: Kamdar Zaverchand Jadhavji Ajmer

View full book text
Previous | Next

Page 69
________________ (५९) (१५) प्रश्नः संज्ञी व असंज्ञा किसे कहते हैं ? . उत्तरः जिनके मन होते हैं उन्हें संज्ञी वे जिनके . मन नहीं होते उन्हें असंज्ञी कहते हैं. (१५) प्रश्नः तिर्यंच पंचेन्द्रिम में किनके मन होते. हैं ? उत्तरः जो मात पिता के संयोग से यानि गर्भ में पैदा होते हैं उनके मन होते हैं और जो मात पिता की विना अपेक्षा उत्पन्न होते . हैं उनके अर्थात् समूर्छिम के मन नहीं . होते हैं. (१७) प्रश्नः एकेन्द्रिय व विकलेन्द्रिय जीव समूछिम हैं या गर्भन और उनके मन होते हैं या नहीं ? उत्तरः वे मात पिता की विना अपेक्षा उत्पन्न होते हैं जिससे वे समूछिम कहाते हैं और उनके मन नहीं होते हैं. (१८) प्रश्नः समूछिम व गर्भन तिर्यंच पंचेन्द्रिय जीव कितनी किस्म के होते हैं ? उत्तरः पांच प्रकार के होते हैं. १ जलचर २ स्थ: लचर ३ उरपर ४ भुजपर ५ खेचर. (१६) प्रश्न: जलचर किसे कहते हैं ? . उत्तरः जो तिर्यंच पंचेंद्रिय जल में चले व प्रायः जल में ही रहें उनको जलचर कहते हैं. जैसे मच्छ, कच्छं, गाहा, मगर, सुसुमा आदि अनेक किस्म के जलचर तिर्यंच पंचेंद्रिय होते हैं।

Loading...

Page Navigation
1 ... 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77