Book Title: Samyaggyanchandrika
Author(s): Yashpal Jain
Publisher: Kundkund Kahan Digambar Jain Trust

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Page 828
________________ संया अपपोत रचना माध सायमी मिध्यराष्टि ID आदिवर्षयत गु० पत गुण्यात गु० दप्त ID गुणवत लि दशनमार्ग 1माणाविषमुण NCE पर्यंत स्थानयम चौर अदिके साता १५१४संबल नरकला। NordR RARIA विव४ B A ४४ ma विमा३४ मामि R नारा सुवशली। प्रताप विध्या दृष्टि रखना २२२ - R क्योष नि रखना 829

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