Book Title: Rupsen Rajkumar Kurmaputra Charitra
Author(s): Anupram Sadashiv Sharma, Dharmtilakvijay, 
Publisher: Smruti Mandir Prakashan Ahmedabad

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Page 2
________________ SREREREREREREREREREDERERK ॥ नमोनमः श्री गुरुरामचन्द्रसूरये ॥ । श्री सूरिमन्त्रपंचप्रस्थानसमाराधनग्रंथश्रेणी-४ ग्रंथांक-४ । श्री रूपसेनराजकुमार - कूर्मापुत्रचरित्रे ॥ नमामि वीरं गिरिसारधीरम् ॥ (गद्यबद्धे) कता पं. श्री जिनसूरगणिवर: । शर्मा अनुपराम सदाशिव शास्त्री । प्रेरका: संपादक: जिनशासनभासनभास्कर-निर्वाणपदसमभिलाषुक परमश्रद्धेय- सुविशालगच्छाधिपति-पूज्यपादाचार्य भगवदच्छ्रीमद्विजयरामचन्द्रसूरीश्वराणां विनेयरत्न भवविरहपदेच्छु मुनिश्रीधर्मतिलकविजयः आश्रितगणपरहितचिंतक - असीमोपकारि-वात्सल्यवारिधि पूज्यपादाचार्यदेवेश श्रीमद् विजयनरचन्द्रसूरीश्वराः सूरिमन्त्रपंच प्रस्थानसमाराधक-प्रवचनप्रभावक पूज्यपादाचार्य श्रीमद् विजयश्रेयांसप्रभसूरीश्वराश्च प्रकाशक: श्री स्मृतिमन्दिर प्रकाशन, अमदावाद For Personal & Private Use Only 'ARRERERERERERERERERERE "" airy.org.

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