Book Title: Rup ka Garv Diwakar Chitrakatha 038 Author(s): Shreechand Surana Publisher: Diwakar Prakashan View full book textPage 3
________________ २०पक (सनत्कुमार चक्रवर्ती) प्राचीनकाल में हस्तिनापुर में अश्वसेन राजा का राज्य था। राजा की पटरानी थी सहदेवी। एक रात रानी सहदेवी ने चौदह स्वप्न देखे। Aur प्रातः उठकर उसने महाराज अश्वसेन को बताया। राजा ने राज-ज्योतिषी को बुलाकर स्वप्नफल पूछा राजन् ! यह अद्भुत स्वप्न "किसी चक्रवर्ती सम्राट् के आने की सूचना देते हैं। आने ल वाला बालक अवश्य ही कोई चक्रवर्ती सम्राट् बनेगा। न Jain Education International For Private personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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