Book Title: Report On Search For Sanskrit MSS Year 1882 1883
Author(s): R G Bhandarkar
Publisher: Government Central Book Depot

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Page 191
________________ APPENDIX I.-continued. Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra अनुक्र पृष्ठग- पाङगपत्रमलया.तपात ताक्षर- ग्रन्थकतो नाम. | लेखनकाल: संख्या संख्या. अवशिष्टं किमपि पूर्णो ऽपूर्णो वा. माङः ग्रन्थनाम. वर्ग एकादश:--न्यायवैशेषिकशास्त्रे. For Private and Personal Use Only 186 www.kobatirth.org संपूर्णा. ะ / 8ะะ • • • V / ७२४| अनुमितिपरामर्शकार्यकारणभावः | १७ | ११ | ७२५ आख्यातवाद: ७२६, तस्य व्याख्या ... ३७ / १० रघुदेवः ७२७ कारिकावली विश्वनाथपञ्चाननः ७२८ कारकव्याख्या. जयरामः ७२९ गादाधरी-व्याप्तिवादः गदाधरः ७३० सैव-सामान्यनिरुक्तः ४२ स एव. ७३१ चिन्तामाणे:-प्रत्यक्षखण्डम् १५ । ५० गड़ेशमहोपाध्यायः ७३२ म एव-शब्दखण्डम स एव. ७३३, जगदीशी-व्याप्तिवाद: ... ३२ । ९ ४५ जगदीशः संपूर्णः संपूर्णः संपूर्णा. संपूर्णा. त्रुटितः संपूर्णा. त्रुटितम. कानिचित्पत्राणि न. त्रुटित: Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir

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