Book Title: Rajvidya Author(s): Balbramhachari Yogiraj Publisher: Balbramhachari Yogiraj View full book textPage 2
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www. kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir SEE ॐ शिव ® राज विद्या सृष्टि में खस्ति सुख शान्तिः स्थिति वृद्धि का सम्पति भूति दीर्घायु सिखलाती है जिसका प्रकाशक वाल ब्रह्मचारी योगीराज श्रीलालजी) महाराज राजर्षि सोनजी महाराज ज्वालेश्वर महादेव रवामी लालपुरी शिवपुरी ठी.फतेहसागर जोधपुरने रावराजाजी श्री गुलाबसिंहजी साहिष की अधिकतर सहायता से छपाकर प्रसिद्ध की है और जिसे इन हीरावराजाजी साहिब की प्राज्ञा विना छापने वा छपवाने का अधिकार किसीका नहीं है राजी महाराजाओं के लिये श्रमूल्य समत १९८७ सरदार धनाढयोंके लिये मू.२५) सन् १९३० सर्व साधारण और राजपूत प्रथमवार २००० विद्यार्थियों के लिये ७) सजिल्द ...) For Private And Personal Use OnlyPage Navigation
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