Book Title: Pramana Nirnaya Author(s): Rajsuri, Indralal Shastri, Khubchand Shastri Publisher: Manikchand Digambar Jain Granthamala Samiti View full book textPage 2
________________ माणिकचंद्र-दिगम्बरजैन-ग्रन्थमाला, दशम पुष्प .. श्रीमद्वाराजसूरिविरचितः प्रमाणनिर्णयः। जयपुरनिवासिपण्डितइन्द्रलालसाहित्यशास्त्रिणा । वेरनीग्राम निवासिपण्डितखूबचन्दशास्त्रिणा च सम्पादितः संशोधितश्च । प्रकाशिकामाणिकचन्द-दिगम्बर-जैन-ग्रन्थमाला समितिः । अधिक भाद्रपद, वीर निर्वाण सं० २४४३ । विक्रमान्द १९७४। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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