Book Title: Prakrit Vigyan Pathmala Margdarshika
Author(s): Somchandravijay Gani
Publisher: Surendranagar Jain SMP Tapagachha Sangh
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आसम पुं. (आश्रम) माश्रम. आसायणा स्त्री. (आशातना)
વિપરીત વર્તન, અપમાન. आसिण पुं. (आश्विन) मासोमास. आसीसा (आशीः) माशीहि. आहार पुं. (आधार) माघार,
मारजन, माश्रय. आहि पुं. स्त्री. (आधि) मानसि5 पी5.
आयत्त वि. (आयत्त) साधान. आयरिअ । पुं. (आचार्य) मायार्य आइरिअ आयव पुं. (आतप) मात५, नो. आयार पुं. (आचार) मायार. आयारंग न. (आचाराङ्ग) मार
અંગમાં પહેલું અંગ. आरंभ पुं. (आरम्भ) मारम ४२पो,
શરૂઆત કરવી, જીવવધ. आरब्भ सं. भू. कृ. (आरभ्य)
२३ शन. आराहणा स्त्री. (आराधना) 6पासना आलाव पुं. (आलाप) सूत्रनो
माबापो, जोर. आलोयणा स्त्री.(आलोचना)हेमाडj,
પ્રકટ કરવું, ગુરુને દોષ કહેવા. आवया स्त्री. (आपद्-दा)
माप, पीस. आवासय । न. (आवश्यक) आवस्सय नित्य, धर्मानुष्ठान. आस पुं. (अश्व) घोडी आसण न. (आसन) प्रेसवार्नु
आसन, स्थान. आसत्त वि. (आसक्त) मासात. आसन्न वि. (आसन्न) समी५ खेल.
न. न .
इअ, इइ । अ. (इति) अम, मा ति, त्ति प्रमा, समाति. इंद पुं. (इन्द्र) न्द्रि. इंदिय न. (इन्द्रिय) स्पर्शनन्ट्रिया पायन्ट्रिय. (qया, २सन,
ना, मांस, आन). इंदियचोर पुं. (इन्द्रियचौर)
न्ट्रिय३५ी योर. इंदियवग्ग पुं. (इन्द्रियवर्ग)
___न्ट्रियोनो समुदाय. इंदु पुं. (इन्दु) यन्द्र. इक्खु पुं. (इक्षु) शे२31. इड्ढि स्त्री.(ऋद्धि) वैq, रिड्ढि, इद्धि J मैश्वर्य, समृदि. इणं सर्व. (इदम्) मा
इत्थं अ. (इत्थम्) मेवी शते. | इत्थी, थी स्त्री. (स्त्री) स्त्री, नारी
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