Book Title: Prakrit Vigyan Pathmala Margdarshika
Author(s): Somchandravijay Gani
Publisher: Surendranagar Jain SMP Tapagachha Sangh
View full book text ________________
.४४५
सव्वओ, अ. (सर्वतस्) सर्व सव्वतो , रे, यारे त२३थी.
सव्वत्तो
सव्वत्थ
अ. (सर्वत्र) सव्वहि , सव्वह सब है॥ो. सव्वण्णु पुं. (सर्वज्ञ) सर्प
ભગવાન, સર્વ જાણનાર. सव्वविरइ स्त्री. (सर्वविरति) पाये મહાવ્રતોનું પાલન, સર્વ પાપ
વ્યાપારનો ત્યાગ. सव्वया अ. (सर्वदा) सहा, ईमेशा. सव्वहा अ. (सर्वथा) सर्व रे. सव्वायर वि.(सर्वादर) सर्व मा६२ ससंक पुं. (शशाङ्क) यन्द्र. [पूर्व ससा, सुसा स्त्री. (स्वसृ) उन. ससिरवि पुं.(शशिरवि) यंट्र ने सूर्य. सह अ. (सह) साथे. . सहल, वि. (सफल) इण सहित सभल सण, सार्थ5. सहसा अ. (सहसा) मेहम सहा स्त्री. (सभा) समा. सहाव पुं. (स्वभाव) प्रति सही स्त्री. (सखी) सध्यरी. साउ वि. (स्वादु) मधु२, स्वावा. सागर पु. (सागर) साग२. साण, स पुं. (श्वन्) तरी.
सामन्न वि. (सामान्य) साधा. सामाइअ न. (सामायिक) सामायिक
બે ઘડી સમતામાં રહેવું. सामि पुं.(स्वामिन्) स्वामी, ना45. साय न. (सात) सुम सार वि. (सार) श्रेष्ठ, उत्तम. सारहि पुं. (सारथि) सारथी. सावग पुं. (श्रावक) श्रा45. सावय पुं. (श्वापद) शिरी पशु. साविगा स्त्री. (श्राविका) श्राविक सासण न. (शासन) शासन,
शास्त्र, माशा, शिक्षा सासय वि. (शाश्वत) नित्य,
सविनय२. सासू स्त्री. (श्वश्रू) सासु. साहम्मिअ वि. (साधर्मिक)
समान धर्मवाणो. साहा स्त्री. (शाखा) ALL साहु पुं. (साधु) साधु, मोक्षमार्ग
साधना२. साहिज्ज , न. (साहाय्य) म६६, साहज्ज साहेज्ज सिंघ, सीह पुं. (सिंह) सिंड. सिक्खा स्त्री. (शिक्षा) ६७. सिक्खिउं हे. कृ. (शिक्षितुं) मापाने.
સહાયતા.
Loading... Page Navigation 1 ... 482 483 484 485 486 487 488 489 490 491 492 493 494 495 496