Book Title: Prakrit Vigyan Pathmala Margdarshika
Author(s): Somchandravijay Gani
Publisher: Surendranagar Jain SMP Tapagachha Sangh

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Page 482
________________ ४४३ सद्द पुं (शब्द) श६. सद्ध । पुं. (श्राद्ध) 05, सड्ढ दाणु. सद्धा । स्त्री. (श्रद्धा) श्रा, सड्ढा धरुयि. सद्धिं अ. (सार्धम्) साथे. सत्त वि. (सक्त) भासत, सत्त न. (सत्त्व) पर, ५राम. सत्ति स्त्री. (शक्ति) सामर्थ, પરામ. संहार-संघार पुं. (संहार) सं.२.. सकम्म पुं. न. (स्वकर्म) पोतार्नु . सकुडुंबय न.(सकुटुम्बक) मुटुंबसक्क पुं. (शक्र) ईन्द्र. [सलिन सक्खं अ. (साक्षात्) प्रत्यक्ष, प्रगट सक्खिण वि. (साक्षिन्) सial. सगास न. (सकाश) समीप, पासे, सग्ग पुं. (स्वर्ग) सर्ग, पदो. सच्च न. (सत्य) सायु, यथार्थ वयन. सच्चमग्ग पुं. (सत्यमार्ग) सत्यमार्ग. सच्चवय वि. (सत्यवद) सत्यवाही, सायुं जोबना२. सच्चिय अ. (स एव) ते १. सज्ज वि. (सज्ज) तैयार. सज्जण पुं. (सज्जन) सत्पुरुष. सज्जा । स्त्री. (शय्या) शयन, सेज्जा पथारी सज्झाय पुं. (स्वाध्याय) सूत्रनो અભ્યાસ, પરાવર્તન આદિ કરવું. सडिअ वि. (शटित) स3j. सढ वि. (शठ) सुथ्यो. सणियं अ. (शनैस्) पाथी. सण्ह, सुण्ह, । वि. (सूक्ष्म) सुहम सूक्ष्म. सत । पुं. न. (शत) सोनी સંખ્યા. सत्तुं पं. (शत्रु) शत्रु सत्तुंजय पुं.(शत्रुञ्जय) सि ॥२७, यात्रानुं पाम. सत्तुंजई ।स्त्री.(शत्रुञ्जयी) सेतुंजी, सित्तुंजी नहीन नाम. सत्थ न. (शस्त्र) शस्त्र, थीमा२. सत्थ न. (शास्त्र) शास्त्र, मागम. सत्थ पुं. (सार्थ) सार्थ, समुदाय. सन्ना स्त्री. (संज्ञा) येष्टी, शान. सप्प पुं. (सर्प) सर्प. सप्पाण वि. (सप्राण) प्रागो सहित. सब्भाव पुं. (सद्भाव) सारी माप, मस्तित्व, मापार्थ. समंता । अ. (समन्तात्) थारे जा, सर्व त२६. समण पुं. (श्रमण) श्रम, साधु. समंतेण सय

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