Book Title: Prakrit Vigyan Pathmala Margdarshika
Author(s): Somchandravijay Gani
Publisher: Surendranagar Jain SMP Tapagachha Sangh
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दाहिणपास न. (दक्षिणपार्श्व) | दुक्ख, दुह न. (दुःख) दु:
मी त२६. । दुज्जण पुं. (दुर्जन) हुन, हुए दाहिणा । स्त्री. (दक्षिणा)
१५. दक्खिणा J_Elaen [६२. दुज्जोहण पुं. (दुर्योधन) विशेष नाम दाहिणिल्ल । वि. (दाक्षिणात्य)
दुद्ध न. (दुग्ध) ६५. दक्खिणिल्ल JElagu ािर्नु
दुरिय न. (दुरित) ५. दित्त वि. (ददत्) आपतो.
दुस्समसमय। पुं. (दुःषमसमय) दिक्खा स्त्री. (दीक्षा) Ell, संयम
दूसमसमय J ६५माण (५व्यापा२ना त्या३५.)
दुहि, दुक्खि वि. (दुःखिन्) मी. दिग्घ । वि. (दीर्ध) वीर्ष,
दुहिअ । वि. (दुःखित)
दुक्खि , पीडित, Hil. दीह, दीहर J दाj.
दुहिआ । स्त्री. (दुहित) Elsa दिट्ठि स्त्री. (दृष्टि) दर्शन,
मांग, न०१२.
धूआ, धीआ दिवस । पुं. न. (दिवस) हिन,
दूर न. (दूर) २. दिवह
देव पुं. (देव) हे. हिस
देवलोग पुं. (देवलोक) हेपतो. दिवा, दिआ अ. (दिवा) पिसे.
देववंदण न. (देववन्दन) पिंदन दिसा स्त्री. (दिश्-शा) पूदि
देवाणंदा स्त्री. (देवानंदा) प्रभु शा.
વીરની માતા दीण वि. (दीन) म.
देवालय पुं. (देवालय) हेपतुं मंदिर दीणत्तण न. (दीनत्व) गा.
देविंद पुं. (देवेन्द्र) हेपोनो ईन्द्र. दीव पुं. (दीप) पो.
देवी स्त्री. (देवी) देवी, उत्तम दुआर । न. (द्वार) ६२१ दार, वार
देस पुं. (देश) ३२. दुक्कर वि. (दुष्कर) हुने इरीने देसअ वि. (देशक) हेमाडना२.
5री शय ते, साध्य. | देसणा स्त्री. (देशना) शिना, ०५:.
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