Book Title: Prakrit Vigyan Pathmala Margdarshika
Author(s): Somchandravijay Gani
Publisher: Surendranagar Jain SMP Tapagachha Sangh

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Page 469
________________ पच्छायाव पुं. (पश्चात्ताप ) અનુતાપ, પસ્તાવો. पज्जवसाण न. (पर्यवसान ) अंत, अवसान, छेडो. पज्जाय पुं. (पर्याय) पर्याय, ३यान्तर. पज्जुण्ण पुं. (प्रद्युम्न) डामहेव, વિષ્ણુનો પુત્ર. पडिक्कमण न. ( प्रतिक्रमण) प्रतिभाग, आवश्यक दिया, पापथी, पाछा ई२वुं. पडिमा स्त्री. (प्रतिमा) भूर्ति, प्रतिजिंज पडियार पुं. (प्रतिकार) सान, બદલો. पडिवक्ख पुं. (प्रतिपक्ष) शत्रुपडिवया) स्त्री. (प्रतिपद्) पडवो. पाडिवया. पढण न. ( पठन) लगवु. पढम वि. (प्रथम) प्रथम, खाद्य. पणाम पुं. (प्रणाम) नमस्कार. पण्ण न. (पर्ण) पांडुं पण्णा स्त्री. (प्रज्ञा) बुद्धि पण्ह पुं. (प्रश्न) प्रश्न, सवाल. पत्थि वि. (प्रार्थित) पायना डरायेस. ४३० पभाय) पुं. न. (प्रभात) प्रभात पहाय पमाय पुं. (प्रमाद) प्रभाह, लूस, यू5. पय पुं. न. (पद) ५६, शब्दसमूह, વિભક્તિ અંતવાળું પદ. (पतङ्ग) पतंगीयुं. पयंग पुं. पयत्थ पुं. (पदार्थ) पदार्थ, શબ્દનો અર્થ. पया स्त्री. (प्रजा) 20 संतान पयास पुं. (प्रकाश) प्रकाश पयासग वि. (प्रकाशक) प्रकाश २नार. पयासयर वि. (प्रकाशकर) प्रकाश ५२ना२. पर वि. (पर) अन्य, श्रेष्ठ. परंपरा स्त्री. (परम्परा) परम्परा, અનુક્રમ, હાર परक्कम । पुं. न. ( पराक्रम) जण, शक्ति, सामर्थ्य. पराकम परदार पुं. न. ( परदार) परस्त्री. परदारा स्त्री. (परदारा) परस्त्री. परप्पर वि. (परस्पर) खेजीभने, परूप्पर, परोप्पर खन्योअन्य परम वि. (परम) त्रृष्ट, श्रेष्ठ. परमपय न. (परमपद) भोक्ष, दृष्ट ५६.

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