Book Title: Prakrit Vigyan Pathmala Margdarshika
Author(s): Somchandravijay Gani
Publisher: Surendranagar Jain SMP Tapagachha Sangh

View full book text
Previous | Next

Page 475
________________ ४३६ मणि पुं. (मणि) मसि. मणूस पुं. (मनुष्य) मनुष्य. मणोज्ज,मणोण्ण वि. (मनोज्ञ) सुन्६२. मणोरह पुं.(मनोरथ) मनोरथ, ६२७. मत्त वि. (मत्त) महन, उन्मत्त. मत्थय पुं. न. (मस्तक) मस्त, माy. मन्नु पुं. (मन्यु) १५. मय पुं. (मद) मलिमान, गर्व. मय, मुअ वि. (मृत) मरी गये. मयण पुं. (मदन) महेष. मरण न. (मरण) मृत्यु, भर. मरणभय न. (मरणभय) मनोमय. मह । वि. (महत्) मोठं महंत विशाल. महप्प पुं. (महात्मन्) महात्मा. महादेवी स्त्री. (महादेवी) ५टी महामंति पुं. (महामन्त्रिन्) __महामंत्री महावीर पुं. (महावीर) योपासमा તીર્થંકર. महासई स्त्री. (महासती) उत्कृष्ट शवाजी स्त्री. महिला स्त्री. (महिला) स्त्री, ना२ महिलामण पुं. (महिलामनस्) સ્ત્રીઓનું મન. महिवाल पुं. (महिपाल) २०१L. महिसी स्त्री. (महिषी) रा. महु न. (मधु) मधु, मय महुर वि. (मधुर) मधु२, सुं६२, मिष्ट, मी. महोच्छव, महोसव, पुं. (महोत्सव) महुस्सव, महूसव ) भोटो Gन्सप. महोसहि स्त्री. (महौषधि) श्रेष्ठ औषधि. मा, माइं अ. (मिथ्या) भ, नबी माउसिआ) स्त्री. (मातृष्वस) माउच्छा मासी, मातानी न. माण पुं. (मान) अभिमान, गई. माणि वि. (मानिन्) मनमानी, गवि. मायरा, माआ) स्त्री. (मातृ) माना, माउ, माइ । म, ननी. माया स्त्री. (माया) 342, ७१. मारुअ पुं. (मारुत) पवन. माला स्त्री. (माला) भाग मांसभोइ वि. (मांसभोजिन्) मांस माना२. मास पुं. (मास) मडिनो, मास. मास, मंस न. (मांस) मांस. माहप्प पु. न. (माहात्म्य) महिमा, मोटा, प्रमाप. माहण, बम्हण पुं. (ब्राह्मण) श्रा

Loading...

Page Navigation
1 ... 473 474 475 476 477 478 479 480 481 482 483 484 485 486 487 488 489 490 491 492 493 494 495 496